स्‍वधर्म रक्षा हेतु कश्‍मीरी हिन्‍दू हुए थे विस्‍थापित !

कश्‍मीरी हिन्‍दुआें को १९ जनवरी १९९० में अपने ही घरों से खदेड दिया गया । कश्‍मीर से बेघर हुए साढे चार लाख हिन्‍दुओं के सुख-संपन्‍न घरों को आतंकवादियों ने नष्‍ट किया और कौडी के मोल में बेच दिया ।

‘हिन्‍दी कौनसी ? संस्‍कृतनिष्‍ठ हिन्‍दी अथवा फारसीनिष्‍ठ ‘हिन्‍दुस्‍तानी’ ?’

वर्तमान में हमारे द्वारा उपयोग में लाई जानेवाली हिन्‍दी, शुद्ध नहीं; वह अरबी-फारसी-उर्दू-मिश्रित हिन्‍दी भाषा है । विदेशियों ने स्‍थूल आक्रमण के उपरांत भाषा पर आक्रमण किया ।

क्‍या बीती कश्‍मीरी हिन्‍दुओं पर ?

एक परिवार के लिए एक ही झोपडी; ४ हजार लोगों के लिए एक ही शौचालय; अन्‍न, जल इत्‍यादि मूलभूत सुविधाओं का अभाव !
…ऐसी स्‍थिति में कश्‍मीरी शरणार्थी यातनाओं से भरा जीवन जी रहे हैं !

केरल में स्वयं की अवयस्क पुत्री का ३ वर्ष यौन शोषण करनेवाला मदरसे का शिक्षक गिरफ्तार

स्वयं की १६ वर्षीय पुत्री का गत ३ वर्षों से यौन शोषण करने के प्रकरण में पुलिस ने नीलेश्‍व क्षेत्र के एक मदरसे के ५० वर्षीय शिक्षक को गिरफ्तार किया है । इस लडकी पर उसके पिता सहित अन्य ६ जनों ने भी बलात्कार किया है ।