बदायूं (उत्तर प्रदेश) – यहां सिविल लाईंस परिसर में एक विवाहिता की मृतदेह का शवविच्छेदन करनेवाले चिकित्सकों ने उसकी मृतदेह की दोनों आंखे निकाल लेने का प्रकरण सामने आया है । मूल में अवयव दान करते समय मृत के परिजनों की अनुमति लेनी पडती है । ऐसा इस महिला के संदर्भ में नहीं हुआ । मृत महिला के परिजनों द्वारा किए गए परिवाद के उपरांत पुलिस ने अपराधी डॉ. आरिफ एवं डॉ. ओवेस को बंदी बनाया है । पुलिस ने कहा, ‘इस प्रकरण में अन्य चिकित्सकीय कर्मचारियों का सहभाग पाया गया है । उन्हें भी शीघ्र ही बंदी बनाया जाएगा ।’
संपादकीय भूमिकाआपराधिक मानसिकता संजोनेवाले चाहे कितना भी पढ-लिख लें, तब भी यह मानसिकता नष्ट नहीं होती, इससे यही ध्यान में आता है ! |