‘सार्क’ के सदस्य देशों द्वारा आतंकवाद का खुला समर्थन ! – एस. जयशंकर

नई देहली – पाकिस्तान में शाहबाज शरीफ सरकार की स्थापना की पृष्ठभूमि पर, भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने दक्षिण एशियाई सहकार्य संगठन अर्थात ‘सार्क’ का त्वरित पुनरुज्जीवन करने की संभावना अस्वीकार कर दी है । पाकिस्तान का नाम लिए बिना जयशंकर ने कहा, ‘सार्क संकट में हैं; क्योंकि उसका एक सदस्य देश आतंकवाद का खुला समर्थन करता है ।’ इस पृष्ठभूमि पर सार्क के भविष्य पर भी गंभीर प्रश्‍न उठ रहे हैं ।

सौजन्य : विऑन 

१. सार्क एक प्रादेशिक संगठन है, जिसके भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान एवं श्रीलंका सदस्य हैं । वर्ष २०१६ से सार्क की परिणामकारिता के संदर्भ में प्रश्‍न उठ रहे हैं ।

२. जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेनादल की छावनी पर हुए आतंकवादी आक्रमण के पश्चात भारत, बांग्लादेश, भूटान एवं अफगानिस्तान ने इसमें सहभागी होना अस्वीकार कर दिया था ।

३. भारत ने सार्क के स्थान पर ‘बिमस्टेक’ का (बहुक्षेत्रीय तांत्रिक एवं आर्थिक सहायता के लिए बंगाल के उपसागर की अग्रीमता) प्रचार आरंभ किया है । विदेशमंत्री  जयशंकर ने कहा, ‘‘बिमस्टेक’ अंतर्गत सहकार्य से आगे बढ रहा है एवं संगठन में वृद्धि होने की इच्छा है ।’