भारत अमेरिका के नेतृत्व पर विश्वास नहीं रखता !

अमेरिका की ही भारतीय वंश की नेता निक्की हेली ने अमेरिका को फटकारा !

वॉशिंग्टन (अमेरिका) – भारत हमारे साथ भागीदारी करना चाहता है । वह रूस से भागीदारी करना नहीं चाहता । भारत अमेरिका के नेतृत्व पर विश्वास नहीं करता, यही सबसे बडी बाधा है, ऐसा वक्तव्य भारतीय वंश की अमेरिका के रिपब्लिकन पार्टी की नेता निक्की हेली ने दिया है । ‘फॉक्स बिजिनेस न्यूज’ के साथ हुए वार्तालाप में उन्होंने यह वक्तव्य दिया । अमेरिका ने भारत को रूस से सस्ता तेल खरीद ने की अनुमति दी, इस सूत्र पर उठे प्रश्न का उत्तर देते समय उन्होंने उपर्युक्त वक्तव्य दिया ।

(सौजन्य : Business Standard) 

‘भारत अमेरिका को दुर्बल समझता है । भारत सदैव धूर्तता से काम करता आया है । वह रूस के पास रहता है; क्योंकि उसे उससे सैनिकी उपकरण मिलते हैं । अमेरिका को अपनी ही दुर्बलता पर मात करने की आवश्यकता है ।’ – निक्की हेली

निक्की हेली ने आगे कहा कि,

१. युक्रेन और उसके मित्रराष्ट्रों ने पूरे संसार के देशों को रूस से दूर रहने के लिए प्रवृत्त करने के प्रयत्न करने पर भी मध्य एशियाई राष्ट्रों ने भारत से तेल खरीदा । रशिया-युक्रेन युद्ध के प्रारंभ में ही पश्चिमी देशों ने रूस के तेल की आयात में कटौति की थी । व्हाईट हाऊस के एक अधिकारी ने बताया कि भारतसहित प्रत्येक स्वतंत्र देश को किसी भी देश से तेल खरीदने का अधिकार है ।

२. अमेरिका को यह स्वीकार करना होगा कि उसमें कुछ न्यूनताएं हैं । तभी अच्छी घटनाएं घटेगी । हमें मित्रता निर्माण करने का प्रारंभ करना होगा ।

३. भारत और जापान ने चीन पर उनकी निर्भरता को अल्प करने के प्रयत्न किए हैं ।

संपादकीय भूमिका 

भारत अमेरिका पर विश्वास रखे, ऐसा अमेरिका ने भारत के लिए क्या किया है ? अमेरिका ने पीछले ७५ वर्षाें में भारतविरोधी निर्णय लिए हैं और आज भी ले रही है । अमेरिका ने भारत से मित्रता बनाने के नाम पर विश्वासघात करने के अतिरिक्त कुछ नहीं किया है !