सर्वेक्षण के पश्चात पुरातत्व विभाग ने पहली ही बार बनाया ज्ञानवापी का वास्तविक मानचित्र ! (ASI Makes Gyanvapi Map)

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के दल ने ज्ञानवापी का वास्तविक मानचित्र (नक्शा) बनाया है । ऐसा पहली ही बार हुआ है । इसके पहले जेम्स प्रिन्सेप तथा अन्यों द्वारा बनाए गए मानचित्र काशीवासियों से हुई बातचीत के आधार पर कल्पना कर बनाए गए थे । इसलिए, उन्हें वास्तविक नहीं कहा जा सकता । अब पहली ही बार वैज्ञानिक पद्धति से ज्ञानवापी तथा उसकी रचना की लंबाई, चौड़ाई आदि की सही जानकारी प्राप्त कर उसके आधार पर यह मानचित्र बनाया गया है ।

ज्ञानवापी की ८३९ पन्नों की रिपोर्ट जिला न्यायाधीश के न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया गया है ।

इसमें दिए मानचित्र में सेंट्रल हॉल, नॉर्दर्न हॉल, दक्षिणी हॉल, पूर्व-पश्‍चिम तथा उत्तर-दक्षिण मार्ग और ज्ञानवापी की वर्तमान रचना से सटे कक्षों की लंबाई तथा चौड़ाई की वास्तविक स्थिति का विस्तृत विवरण दिया गया है ।

‘इतिहास में प्रथम ही बार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने ज्ञानवापी का स्पष्ट मानचित्र बनाया है, ऐसा हम निश्चित कह सकते हैं ।’ – सर्वेक्षण शास्त्रज्ञ