रूस-यूक्रेन युद्ध
माॅस्को (रूस) – रूस और यूक्रेन के युद्ध को अब २ वर्ष हो रहे हैं । २४ फरवरी, २०२२ को शुरू हुए युद्ध में पहले ५०० दिनों में रूस के ३ लाख १५ सहस्र सैनिक मारे गए हैं, ऐसा एक अमेरिकी संस्था ने कहा था । इस पर अब रुस के सैनिकों की पत्नियों और परिवारवालों ने सैनिकों को यूक्रेन से वापस बुलाएं, ऐसी मांग की है । उन्होंने यहां के राष्ट्रपति पुतिन के निवासस्थान के बाहर आंदोलन किया । पुलिस ने आंदोलन करनेवाले २० लोगों को बंदी बनाया है ।
(सौजन्य : DW News)
रूस के सैनिकों की व्यथा !
१. युद्ध में घायल हुए रुस के सैनिकों को हानिभरपाई न दिए जाने का दावा कुछ प्रसार माध्यमों ने किया है ।
२. दूसरी और यूक्रेन ने दावा किया था कि रुस के सैनिकों में एक रहस्यमय रोग फैल रहा है । इस कारण सैनिकों की आंखें लाल होकर उन्हें उल्टियां हो रही हैं । उनके मूत्रपिंड भी निष्कामी हो रहे हैं ।
३. यूक्रेन में लडने वाले सैनिकों को ठंड के कारण अनेक समस्याओं का सामना करना पड रहा है । ऐसे में उन्हें दवाइयां, प्राथमिक उपचार, अन्य वैद्यकीय सुविधाएं तथा गर्म कपडे नहीं मिल रहे हैं । यूक्रेन में तापमान माइनस ५ डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा है ।
४. युद्ध के कारण रूस की सेना का आधुनिकीकरण करने के पुतिन के प्रयास १५ वर्ष पीछे चले गए हैं । इस हानि पर मात करने के लिए रुस अपनी सेना में मुक्त हुए बंदियों की भर्ती कर रहा है और उन्हें युद्धक्षेत्र में भेज रहा है । रूस के पास लगभग २० से २५ लाख अतिरिक्त सैनिक हैं ।