झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का गिरफ्तार होने से पहले का वक्तव्य
रांची (झारखण्ड) – ३१ जनवरी की रात्रि में झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पद से त्यागपत्र दिया । उसके पश्चात प्रवर्तन निदेशालय (‘ईडी’) ने उन्हें बंदी बनाया । मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए बंदी बनाए गए सोरेन, झारखण्ड के तीसरे, तो भारत के सातवें मुख्यमंत्री हैं । गिरफ्तार होने से पहले सोरेन ने अपना एक विडियो जारी किया था । उसमें उन्होंने कहा था कि आज मुझे ईडी गिरफ्तार करेगी । परंतु, मुझे इसकी चिंता नहीं है । मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं ।
#WATCH | Former Jharkhand CM Hemant Soren before his arrest by ED yesterday said, "Most probably ED will arrest me today, but I am not worried as I am Shibu Soren's son…After a full day of questioning, they decided to arrest me in matters which are not related to me. No… pic.twitter.com/8c3b19yyOL
— ANI (@ANI) February 1, 2024
उन्होंने आगे कहा कि दिनभर जांच करने के बाद, जिनका मुझसे संबंध नहीं, ऐसे लोगों ने मुझे बंदी बनाने का निर्णय लिया है । ईडी के पास अभी तक मेरे संबंध में कोई ठोस प्रमाण नहीं है, यह भी उन्होंने उस विडियो में कहा है । ‘मेरी छवि खराब करने के उद्देश्य से देहली स्थित मेरे निवासस्थान पर जानबूझकर छापा मारा गया । गरीबों तथा आदिवासियों पर अत्याचार करनेवालों के विरुद्ध अब खड़ा होना है’, यह भी उन्होंने कहा । इस शोषण के विरुद्ध हमें नई लड़ाई छेडनी पड़ेगी ।
भूमि घोटाले में हाथ होने से बंदी बनाए गए !
भूमि घोटाले से संबंधित आर्थिक भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर सोरेन को बंदी बनाया गया है । फौजदारी अभियोग में मुख्यमंत्री को बंदी बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति आवश्यक होती है । यह प्रक्रिया टालने के लिए ईडी ने प्रथम सोरेन को पकड़ा, पश्चात राज्यपाल के पास ले गई । पश्चात जब सोरेन ने राज्यपाल को त्यागपत्र दे दिया, तब ईडी ने उन्हें वैधानिक रूप से बंदी बनाया ।
मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए बंदी बनाए गए व्यक्तियों के नाम इस प्रकार हैं –
- जे. जयललिता, तमिलनाडु;
- लालूप्रसाद यादव, बिहार;
- चंद्राबाबू नायडू, आंध्रप्रदेश;
- ओमप्रकाश चौटाला, हरियाणा;
- मधुकोडा, झारखंड
- शिबू सोरेन, झारखण्ड