‘आदर्श समाज’ दिखाएं !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी

‘अधोगति प्राप्त समाज का प्रतिबिंब कथा, नाटक, उपन्यास, फिल्म, दूरदर्शन के धारावाहिक इत्यादि में न दिखाते हुए उनमें समाज को दिशा देनेवाला आदर्श समाज दिखाना अपेक्षित है ।’

✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक