Maldives Indian Military : (और इनकी सुनिए…) ‘भारत १५ मार्च तक मालदीव से सेना हटाए !’ – मालदीव

  • मालदीव ने भारत को दी सूचना !

  • कहते हैं, भारत के साथ हुए १०० से अधिक द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा की जाएगी ! 

मालदीव के राष्ट्रपति मुहम्‍मद मोईज्‍जू और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

माले (मालदीव) – मालदीव के राष्ट्रपति मुहम्‍मद मोईज्‍जू ने भारत से कहा, ‘मालदीव में नियुक्‍त भारतीय सेना को १५ मार्च तक वापस बुलाया जाए ।’ वर्तमान में मालदीव में भारतीय सेना के ८८ सैनिक एवं अधिकारी नियुक्‍त हैं ।

१. मालदीव के राष्ट्राध्‍यक्ष के कार्यालय की सार्वजनिक नीति के अनुसार सचिव अब्‍दुल्ला नाजिम इब्राहिम ने एक पत्रकार परिषद में कहा कि राष्ट्रपति मोइज्‍जू ने वैधानिकरूप से भारत को १५ मार्च तक सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा है ।  मोईज्‍जू सरकार की नीतियों के अनुसार भारतीय सेना मालदीव में नहीं रह सकती ।  मालदीव की जनता ने भारत की सेना हटाने की विनती करने के लिए नई सरकार को  दृढ बहुमत दिया है । मालदीव की नई सरकार अब भारत से हुए १०० से अधिक द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा करेगी ।

२. सेना को वापस बुलाने के सूत्र पर चर्चा करने के लिए मालदीव एवं भारत ने उच्‍चस्‍तरीय गुट बनाया है । इस संदर्भ में १४ जनवरी को माले के विदेश व्‍यवहार मंत्रालय के मुख्‍यालय में इस गुट की प्रथम बैठक हुई है । इस बैठक के लिए भारतीय उच्‍चायुक्‍त मुनु महावर उपस्‍थित थे । नाजिम ने इस बैठक का समर्थन करते हुए कहा कि १५ मार्च तक सेना हटाने की विनती, इस बैठक का प्रमुख विषय था ।

संपादकीय भूमिका 

यदि भारतीयों को लगे कि, भारत को मालदीव की सूचनाओं को अनदेखा कर मालदीव नियंत्रण में लेना चाहिए, तो वह अनुचित नहीं है ! कल भारत की सेना हटाने के पश्‍चात चीन के सैनिक नियुक्‍त होकर भारत के लिए संकट निर्माण करें, इसकी अपेक्षा, भारत द्वारा मालदीव को नियंत्रण में लेना कहीं उचित होगा !