भारत सरकार ने जताई थी आपत्ति !
माले (मालदीव) – मालदीव ने भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर टिप्पणी करनेवाले 3 मंत्रियों को निलंबित कर दिया है । इनके नाम मरियम शिउना, मालशा तथा हसन जिहान हैं । मालदीव के विपक्ष ने भी उनकी आलोचना की थी । साथ ही माले में भारतीय उच्चायुक्त ने भी मंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी । भारत की आपत्ति के बाद मालदीव सरकार ने कहा, ‘‘मंत्रियों के निजी मत हैं । मंत्रियों के मत मालदीव सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं ।’’ ऐसा निवेदन प्रसारित कर इन मंत्रियों को निलंबित करने की जानकारी दी ।
(सौजन्य : ANI News)
मालदीव ने एक बयान में कहा कि मालदीव सरकार उन व्यक्तियों से अवगत है जिन्होंने सोशल मीडिया पर विदेशी नेताओं तथा गणमान्य व्यक्तियों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी की है । ये विचार व्यक्तिगत हैं तथा मालदीव सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं । सरकार के संबंधित अधिकारी ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध कडी कार्रवाई करेंगे । अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग लोकतांत्रिक तथा जिम्मेदारी से किया जाना चाहिए । मालदीव का मानना है कि इसका बोध रखना चाहिए कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के कारण द्वेष तथा नकारात्मकता न फैले तथा मालदीव एवं उसके अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के बीच घनिष्ठ संबंधों में बाधा न आए ।
Maldives suspends 3 ministers over offensive remarks against PM Modi over #Lakshadweep !
Indian govt had raised objection !
‘Our Tourist facilities surpass India’s!’ – Maldivian ministers
India cannot tolerate seeing a small country of such meager size making statements beyond… pic.twitter.com/lBKAaFAcXu
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) January 7, 2024
मालदीव के मंत्रियों तथा नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के विरुद्ध की आपत्तिजनक टिप्पणी !
(और इनकी सुनिए..) ‘भारत की अपेक्षा हमारी पर्यटन हेतु मूलभूत सुविधाएं अधिक हैं !’
चीन के बल पर उछलने वाला, नींबू के आकार का छोटा सा द्वीप राष्ट्र, हमें आंखें बडी कर दिखाता है यह भारत के लिए सहन करने के परे है । भारत को इसके लिए साम, दाम, दंड तथा भेद के स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता है !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप की यात्रा की थी । उस समय उन्होंने अपने ’एक्स’ अकाउंट के द्वारा वहां के समुद्र तटों की तस्वीरें प्रसारित की थीं तथा भारतीय नागरिकों से पर्यटन के लिए लक्षद्वीप जाने की अपील की थी । ‘इस अपील का उद्देश्य परोक्ष रूप से द्वीप राष्ट्र मालदीव में पर्यटन का विरोध करना था । हजारों भारतीय पर्यटन के लिए मालदीव जाते हैं । जिससे मालदीव को करोडों रूपए का लाभ होता है ।’ प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर मालदीव के मंत्री ने इस प्रकार की प्रतिक्रिया व्यक्त की । मालदीव के मंत्री अब्दुल्ला मोहजुम माजिद द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट प्रसारित किया गया था । इसमें कहा गया, ‘मालदीव के पर्यटन को लक्ष्य करने के लिए मैं भारतीय पर्यटन को शुभेच्छा देता हूं; लेकिन हमारे समुद्र तट पर्यटन से भारत को बहुत कडा प्रतिउत्तर मिलेगा । हमारी मूलभूत सुविधाएं भारत की मूलभूत सुविधाआें से अधिक है ।’ इस पोस्ट को पीएम मोदी को ’टैग’ किया गया था ।
पिछले वर्ष नवंबर में हुए चुनावों में चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू की जीत तथा उनके राष्ट्रपति बनने के उपरांत से मालदीव में भारत विरोधी नीतियां लागू की गई हैं ।
मालदीव की महिला उपमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को कहा ’विदूषक’ !
मालदीव की युवा अधिकार, सूचना तथा कला उप मंत्री मरियम शिउना ने एक पोस्ट कर प्रधानमंत्री मोदी को “विदूषक” तथा “इजरायल की कठपुतली” कहा। इसपर भारत समर्थक मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने एक पोस्ट कर प्रतिक्रिया व्यक्त की । उन्होंने कहा कि मंत्री मरियम शिउना ने गलत शब्दों का उपयोग किया है । इससे मालदीव की सुरक्षा तथा समृद्धि संकट में आ सकती है । राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार को ऐसी टिप्पणियों से बचना चाहिए ।
हमारे जैसे स्वच्छ समुद्र तट कैसे रखेंगे ? – मालदीव के नेता जाहिद रमीज
मालदीव के नेता जाहिद रमीज ने भी एक पोस्ट किया था । उन्होंने कहा था कि नि:संदेह ये एक अच्छा कदम है; लेकिन भारत का हमसे प्रतिस्पर्धा करना एक भ्रम है । वे (भारत) हमारे समान सेवाएं कैसे देंगे ? समुद्र तटों को कैसे स्वच्छ रखेंगे ? उन्होंने व्यंग्यात्मक आलोचना भी की कि होटल के कमरों से दुर्गंध दूर करना उनके (भारत) लिए एक बड़ी चुनौती होगी ।
बहिष्कार के आह्वान के बाद मालदीव ने घुटने टेके !
जाहिद रमीज की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर भारतीयों का आक्रोश फूट पड़ा तथा #BoycottMaldives ट्रेंड करने लगा । इस अपील के उपरांत हजारों भारतीयों ने मालदीव जाने के लिए अपना आरक्षण रद्द कर दिया । इससे घबराकर मालदीव ने घुटने टेक दिए ।
बहिष्कार के आह्वान के बाद मालदीव ने घुटने टेके !विदेशी नेताओं की आलोचना करने वालों पर कार्रवाई करेगी मालदीव सरकार ! इसे कहते हैं, नाक दबाने से ही मुंह खुलता है ! भारतीयों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से मालदीव के बहिष्कार का आह्वान करने के बाद, हजारों नागरिकों ने मालदीव जाने का आरक्षण रद्द कर दिया । इससे डरकर मालदीव ने घुटने टेक दिए । मालदीव ने एक बयान जारी किया है । इसमें कहा गया है कि मालदीव सरकार उन व्यक्तियों से अवगत है जिन्होंने सामाजिक माध्यम पर विदेशी नेताओं तथा गणमान्य व्यक्तियों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणियां की हैं । ये विचार व्यक्तिगत हैं तथा मालदीव सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। सरकार के संबंधित अधिकारी ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध कडी कार्रवाई करेंगे । मालदीव सरकार ने आगे कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग लोकतांत्रिक तथा जिम्मेदारी से किया जाना चाहिए । मालदीव का मानना है कि यह बोध होना चाहिए कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के कारण द्वेष तथा नकारात्मकता नहीं फैलाई जाएगी, तथा यह मालदीव तथा उसके अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के बीच घनिष्ठ संबंधों में बाधा नहीं लाएगी । |