Why Bharat Matters : विकसित भारत के उदय का ‘रामायण’ महाकाव्य से साधर्म्य ! – विदेशमंत्री एस. जयशंकर

विदेशमंत्री एस. जयशंकर की ‘व्हाई भारत मैटर्स’ पुस्तक का लोकार्पण !

‘व्हाई भारत मैटर्स’ पुस्तक का लोकार्पण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दाएं

नई देहली – भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर लिखित ‘व्हाई भारत मैटर्स’ नामक पुस्तक का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से लोकार्पण किया गया । पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में उन्होंने पुस्तक में लिखे अनुसार ‘रामायण’ महाकाव्य पर प्रकाश डाला एवं श्रीराम, लक्ष्मण तथा श्री हनुमानजी के संदर्भ के प्रसंगों द्वारा भारत के उदय का वर्णन किया है । उन्होंने कहा, ‘विकसित भारत के उदय का ‘रामायण’ महाकाव्य से साधर्म्य है ।’

(सौजन्य : ANI News) 

१. एस. जयशंकर ने कहा, ‘भारत ने वैश्विक स्तर पर एक बडे चरण पर कदम रखा है । इस स्तर पर केवल एक ही कृत्य नहीं, अपितु ऐसे अनेक कृत्य हैं, जहां हमारी परीक्षा हुई । यदि रामायण पढें, तो ध्यान में आएगा कि अनेक प्रसंगों में श्रीरामजी की परीक्षा हुई थी; परंतु वे धनुष्यबाण ले कर तैयार थे । भारत ने भी अर्थशास्त्र, इतिहास, अणु ऊर्जा, बांग्लादेश का पुनर्गठन आदि क्षेत्रों में अपनी क्षमता सिद्ध की है ।

२. हनुमानजी को अपना सामर्थ्य भूलने का शाप मिला था । तदनंतर उन्हें अपनी क्षमता का भान हुआ । भारत के संदर्भ में भी ऐसा ही हो रहा है । कुछ वर्ष पूर्व जो कुछ भारत के लिए असंभव अथवा अवास्तविक लग रहा था, आज वही सहजता से होते हुए दिखाई दे रहा है ।