भारत, अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध होगा उपयोग !
‘एआई’ का अर्थ है ! आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) !
बीजिंग (चीन) – चीनी सेना युद्ध के मैदान में प्रवेश किए बिना युद्ध लडने में सिद्ध है । चीन भारत, अमेरिका अथवा ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से दो-दो हाथ करने के लिए ‘जैव हथियार’ तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग कर रहा है । इसके लिए पी.एल.ए. ने ‘ब्रेन वारफेयर’ नाम से एक डिवीजन की स्थापना की है । इसमें ऐसे हथियार बनाए जा रहे हैं, जिनसे शत्रु सैनिकों के मन को नियंत्रित करके निद्राधीन किया जा सके ।
ऐसे काम करेंगे चीन के आधुनिक हथियार !
- ‘ब्रेन वारफेयर यूनिट’ चीन की मनोवैज्ञानिक युद्ध रणनीति का एक भाग है !
- शत्रु पर मन-नियंत्रित करने वाले हथियारों से आक्रमण किया जाएगा ।
- कुछ हथियारों में शत्रु को निद्राधीन करने की क्षमता !
- हथियारों में ‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनर्जी’ (विद्युत चुंबकीय ऊर्जा) का उपयोग होगा !
- ये हथियार ‘सॉफ्ट किल रेडियो तरंगें’ उत्सर्जित करेंगे, जिससे शत्रु देश के सैनिकों की नींद उड जाएगी ।
- चीनी सैनिकों पर प्रभाव न पडे, इसके लिए ‘एंटी-स्लीप ग्लास’ का उपयोग किया जाएगा; इस पर भी शोध किया जा रहा है !
शत्रु सैनिकों के व्यवहार को नियंत्रित करने में सिद्ध !
चीनी सेना एक ऐसा उपकरण भी विकसित कर रही है जो मस्तिष्क को सीधे बाहरी तकनीक से जोड सकेगा । इससे चीन को सैन्य कार्य संचालन एवं नियंत्रित करने की क्षमता मिल जाएगी । सहज शब्दों में कहें तो ये उपकरण शत्रु सैनिकों के व्यवहार को नियंत्रित कर सकते हैं । कुल मिलाकर ये उन्नत ‘माइंड कंट्रोल हथियार’ चीनी सैनिकों के मन को नियंत्रित करेंगे तथा शत्रु सैनिकों के मन को भी नियंत्रित करने का प्रयत्न करेंगे ।
संपादकीय भूमिकायुद्ध के लिए अधीर चीन से अपनी रक्षा के लिए भारत को अब आक्रामक रुख अपनाना वांछनीय होगा ! |