उत्तर प्रदेश आतंकवाद विरोधी दल द्वारा मोहम्मद अब्दुल अव्वल को देहली से बंदी बनाया गया !

  • आतंकवाद को आर्थिक सहायता करने का आरोप !

  • ५०० से अधिक ‘संदिग्ध’ बैंक खातों की चल रही है जांच ! 

मोहम्मद अब्दुल अव्वल

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – आतंकवाद को आर्थिक सहायता किए जाने के एक प्रकरण में उत्तर प्रदेश आतंकवाद विरोधी दल ने २० दिसंबर के दिन मोहम्मद अब्दुल अव्वल को देहली से बंदी बनाया । उसे निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकडा गया । अव्वल घुसपैठ और आतंकवाद को आर्थिक सहायता करने वाले समूह का सदस्य है । वह मूलरूप से असम के गोलपारा का निवासी है जो पिछले ५ वर्षों से देहली में रह रहा था ।

अव्वल ने अवैध ढंग से यहां के ‘फीनों’ बैंक में स्वयं का खाता खोला था । उसे इस खाते पर एक अशासकीय संस्था की ओर से विदेश से पैसा आता था । इस संस्था को विदेशी दान अधिनियम के अंतर्गत करोडों रुपए आते हैं । उत्तर प्रदेश आतंकवाद विरोधी दल के अधिकारी ने १९ दिसंबर के दिन बताया कि देहली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ५०० से अधिक ‘संदिग्ध’ बैंक खातों की जांच की जाने वाली है । यह पैसा समाजहित के लिए किए जाने वाले काम के नाम पर घुसपैठ, साथ ही घुसपैठियों को छुपाने के लिए और जाली कागजपत्र तैयार करने के लिए प्रयोग किए जाने का संदेह है । इस माध्यम से राष्ट्रविरोधी कार्यवाहियां करने के लिए प्रोत्साहन दिए जाने का भी आरोप है । इस समूह के ५ आतंकवादियों को बंदी बनाया गया है । जिनमें अदिलुर रहमान असरफी, तानिया मंडल और इब्राहिम खान इन तीनों बांग्लादेशी नागरिकों का तथा बंगाल राज्य के अबू हुरैरा गाजी और शेख नजीबुल हक का समावेश है । अब्दुल अव्वल बंदी बनाया गया छठा आरोपी है ।

अव्वल के खाते में आने वाला पैसा वह बांग्लादेशी और रोहंगिया के नाम से चालू किए गए खातों में जमा करने का काम करता था ।

सम्पादकीय भूमिका

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