१९९० के दशक में निकली थी रथयात्रा : पूरे संसार में पहुंच गया था श्रीरामजन्मभूमि की मुक्ति का आंदोलन
अयोध्या (उत्तर प्रदेश) – श्रीराममंदिर के उद्घाटन की पृष्ठभूमि पर पुनश्च एक बार गुजरात से अयोध्या तक रथयात्रा का आयोजन किया गया है । ८ जनवरी से यह यात्रा गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से मार्गक्रमण करेगी । २० जनवरी को यह रथयात्रा अयोध्या पहुंचेगी । कर्णावती के ‘रामचरित मानस ट्रस्ट-नुरानिप’ नामक संस्था ने इसका आयोजन किया है । अयोध्या पहुंचने पर ट्रस्ट की ओर से श्री रामलला को ५१ लाख रुपए अर्पित किए जाएंगे । इसके पहले १९९० के दशक में लालकृष्ण अडवाणी ने सोमनाथ ज्योतिर्लिंग से अयोध्या तक रथयात्रा निकाली थी । इस रथयात्रा के पश्चात ही श्रीरामजन्मभूमि मुक्ति का आंदोलन संपूर्ण भारत में पहुंचा था ।
अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से श्रीराममंदिर उद्घाटन में न आने की श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की विनतिश्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने श्रीरामजन्मभूमि की मुक्ति के लिए संघर्ष करनेवाले ज्येष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से विनति की है कि वे जनवरी में होनेवाले श्रीरामंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए अयोध्या में न आएं । श्रीराममंदिर ट्रस्ट के चंपत राय ने यह जानकारी दी ।
लालकृष्ण अडवाणी की आयु ९६ वर्ष, तो मुरली मनोहर जोशी की आयु जनवरी में ९० वर्ष की होगी । ट्रस्ट का कहना है कि दोनों भी ज्येष्ठ हैं तथा उनकी आयु देखते हुए उनसे यह विनति की है, जिसका उन्होंने स्वीकार किया है । |