गांधीवादियों की आत्मघाती अहिंसा !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी

‘राम और कृष्ण के युग में गांधीवादी होते, तो उन्होंने राम और कृष्ण को भी अहिंसावाद सिखाने का प्रयास किया होता । रावण और कंस को जीवित रखा होता और इससे हिन्दू नष्ट ही हो जाते !’

✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक