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गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां गोविंदपुरम के होली ट्रिनिटी चर्च विद्यालय में, डेक्स पर ’जय श्री राम’ लिखने पर अध्यापिका मनीषा मैसी ने छात्र के चेहरे पर पेंट थिनर डाल दिया । इसपर वह छात्रा घर चली गई तथा कमरे में अकेले ४५ मिनट तक रोती रही । घटना की जानकारी जैसे ही अभिभावकों को हुई तो वे तथा बजरंग दल के कार्यकर्ता विद्यालय पहुंचे तथा प्रधानाध्यापिका से अध्यापिका को निलंबित करने की मांग की । इस विवाद के बाद प्रधानाध्यापिका मधुलिका जोसेफ ने अध्यापिका मनीषा मैसी को नौकरी से निकाल दिया ।
१. इस घटना में अध्यापिका मनीषा मेसे ने क्षमापत्र लिखकर प्रधानाध्यापिका को दिया है । इसमें कहा गया है, मैं अपने कृत्य के लिए क्षमा मांगना चाहती हूं । छात्रा मेरे साथ दुर्व्यवहार कर रही थी; इसलिए मैंने द्रव्य डाला । मैं आपको विश्वास दिलाती हूं, भविष्य में ऐसा नहीं करूंगी ।
२. बजरंग दल के महानगर संयोजक गौरव कुमार सिंह ने कहा कि ‘जय श्री राम’ कहना अथवा लिखना कब से अपराध हो गया ? अगर किसी विद्यालय में ऐसी मानसिकता वाले शिक्षक होंगे तो इसका परिणाम बच्चों के भविष्य पर होगा ।
संपादकीय भूमिकाचर्च के विद्यालयों में और क्या होगा । इसलिए अब हिन्दुओं को ऐसे विद्यालय खोलने की आवश्यकता है जो हिन्दुओं के लिए हिन्दू धर्म के अनुसार शिक्षा प्रदान करें ! हिन्दू राष्ट्र में होंगे ऐसे विद्यालय ! |