लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश पुलिस ने धार्मिक स्थलों पर लगाए भोपुओं के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही आरंभ की है । इसमें बडी संख्या में मस्जिदों के भोपुओं पर कार्यवाही की गई । नियमों के विरुद्ध जाकर भोपुओं की ध्वनि ऊंची रखना, बिना अनुमति के भोंपु लगाना आदि अनुचित कृत्य देखने पर यह कार्यवाही की गई । इसमें सैंकडो भोंपु अधिग्रहित किए गए हैं ।
उ0प्र0 शासन द्वारा निर्गत निर्देशन के क्रम में धार्मिक स्थलों/ सार्वजनिक स्थानों पर लगे अवैध लाउडस्पीकर/ ध्वनि विस्तारक यंत्रों के विरुद्ध PS आसपुर देवसरा पुलिस द्वारा क्षेत्रान्तर्गत स्थित धार्मिक स्थलों पर लगे मानकों एवं अनुमन्य ध्वनि सीमा से अधिक लाउडस्पीकर उतरवाए गए । pic.twitter.com/WIttaiUYln
— PRATAPGARH POLICE (@pratapgarhpol) November 27, 2023
१. अभियान का प्रारंभ २७ नवंबर को प्रातः ५.०० बजे से आरंभ हुआ । लक्ष्मणपुरी की तकियावाली मस्जिद के साथ अनेक नियमभंग करनेवाली मस्जिदों पर लगाए भोंपु हटाए गए । इस प्रकार कानपुर, हमीरपुर, चित्रकूट, अयोध्या आदि जिलों में भी कार्यवाही की गई । कार्यवाही के समय न्यादंडाधिकारी (स्पेशल एक्जिक्युटिव मैजिस्ट्रेट) भी उपस्थित थे ।
२. प्रतापगढ जिले में ३५० मुस्जिदों पर गैरकानूनी भोंपु लगाए गए थे । पुलिस ने संबंधितों पर अपराध प्रविष्ट किए हैं । कौशांबी जिले में २०३ स्थानों पर भोंपु हटाए गए । कुछ मस्जिदों में बिजली की चोरी की जाने की बात भी सामने आई । फारूखाबाद में ४६ स्थानों पर कार्यवाही की गई । इसीके साथ ललितपुर, कन्नौज, फतेहपुर और औरेया जिलों में भी कार्यवाही की गई ।
३. कुछ जिलों में पुलिस अधीक्षकों ने मुसलमानों के धार्मिक नेताओं के साथ बैठक ली । इसमें उन्हें सरकारी नियमों का पालन करने को कहा गया । मस्जिदों के साथ कुछ मंदिरों तथा मठों पर लगाए गैरकानूनी भोपुओं पर भी कार्यवाही की गई ।
संपादकीय भूमिकाउत्तर प्रदेश पुलिस ऐसा कर सकती है, तो देश के अन्य राज्यों की पुलिस ऐसा क्यों नहीं कर सकती ? क्या वह मुसलमानों से डरती है ? या मुसलमानों की चापलूसी करनेवाले सत्ताधारी राजनीतिक दल उन्हें ऐसा करने नहीं देते ? |