Netherlands : कट्टर इस्लामविरोधी नेता गीर्ट विल्डर्स बन सकते है, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री !

कट्टर राष्ट्रनिष्ठा रखनेवाले अर्थात दक्षिणपंथी राजनीतिक दलों के सत्ता में आने की मात्रा यूरोप में बढ गई !

गीर्ट विल्डर्स

एमस्टर्डम (नीदरलैंड) – जिसकी वित्तव्यवस्था यूरोप में पांचवे स्थान पर है, ऐसे नीदरलैंड में २२ नवंबर को संसद का चुनाव संपन्न हुआ । इसमें कट्टर राष्ट्रनिष्ठा रखनेवाला दल ‘पार्टी फॉर फ्रीडम’ को सर्वाधिक मत मिलने की संभावना बताई गई है । ऐसा हुआ, तो इस दल के संस्थापक-अध्यक्ष और कट्टर इस्लामविरोधी नेता गीर्ट विल्डर्स नीदरलैंड के प्रधानमंत्री बनेंगे । नीदरलैंड में लगभग १३ वर्ष मार्क रुटे की पार्टी सत्ता में थी; परंतु यूरोपियन प्रसारमाध्यमों का कहना है कि इस चुनाव में सत्तापरिवर्तन होने के लक्षण स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं । विल्डर्स की पार्टी को ३७ स्थान मिलने की संभावना है, तो दूसरे क्रमांक पर वामपंथी दल है जिसे २५ स्थान, तो मध्यमपंथी विचारधारा के दल को २४ स्थान मिलेंगे । २० स्थान मिलनेवाला दल विल्डर्स का समर्थन कर सकता है । इससे वे अपनी सरकार स्थापित कर सकते है ।

१. पीछले दशक से अनेक देशों में साम्यवादी अथवा धर्मनिरपेक्षतावादी विचारधारा के राजनीतिक दलों की तुलना में दक्षिणपंथी विचारधारा की सरकारें स्थापित हो रही हैं । इसमें अमेरिका की ट्रम्प सरकार, इटली की जियोर्जिया मेलोनी सरकार, हंगरी की विक्टर ओर्बन की सरकार, भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ये इसके कुछ प्रमुख उदाहरण हैं । यूरोप के ही फिनलैंड और स्वीडेन में भी दक्षिणपंथी दलों की सरकारें हैं ।

२. नीदरलैंड में इस वर्ष हुए चुनाव में प्रमुखरुप से शरणार्थी मुसलमानों का वहां के संसाधनों तथा मूल नागरिकों के अधिकारों पर किस प्रकार से दुष्परिणाम हो रहा है ?, इसपर बल दिया गया । स्वयं विल्डर्स और उनकी पार्टी ने यह मुद्दा उठाया और अन्य राजनीतिक दलों ने भी इसपर अपने मत व्यक्त किए । इसलिए संपूर्ण चुनाव में अनेक महत्त्वपूर्ण समस्याओं में से यह एक समस्या सामने आई । बताया जा रहा है कि इसका लाभ विल्डर्स की पार्टी को हुआ है । उनके प्रक्षोभक वक्तव्यों से उन्हें ‘नीदरलैंड के डोनाल्ड ट्रम्प’ कहा जाता है ।

गीर्ट विल्डर्स का भारत से संबंध !

गीर्ट विल्डर्स वैश्विक स्तर पर ‘इस्लाम पर टिप्पणी करनेवाले नेता’ के रुप में विख्यात हैं । वे वर्ष १९९८ से लगातार सांसद के रुप में चुने जा रहे हैं । उन्होंने वर्ष २००४ में महंमद पैगंबर के संदर्भ में कथित आपत्तिजनक वक्तव्य दिया था । तब से वे संसार के जिहादी आतंकवादियों के लक्ष्य हैं । इसलिए लगभग २० वर्षाें से उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा रही है । भाजपा की भूतपूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर के संदर्भ में दिए वक्तव्य पर विश्व के नेताओं द्वारा दिए समर्थनों में उनका समर्थन अग्रभाग पर था । वे सदैव हिन्दुओं के पक्ष में अपने विचार प्रस्तुत करते हैं । ‘मैं इस्लाम का द्वेष करता हूं, मुसलमानों का नहीं’, ऐसा वे सदैव कहते हैं ।