इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – चीन ने पाकिस्तान में उसकी योजना ‘बेल्ट रोड इनिशिएटिव’ के अंतर्गत निर्माण किए जाने वाले ‘चीन-पाकिस्तान आर्थिक महामार्ग परियोजना में निवेश किए जानेवाला ६० अरब डॉलर रोक दिया है । इसके अतिरिक्त पाकिस्तान ने इस योजना के अंतर्गत बिजली, जल व्यवस्थापन, मौसम बदलाव ,इन परियोजनाओं में पैसा निवेश करने के विषय में हाल ही में मना कर दिया है । खैबर पख्तूनख्वा और पाकव्याप्त कश्मीर के गिलगिट-बालटिस्तान, इस भाग में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए चीन ने निवेश करने से मना कर दिया है । पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति, सुरक्षाव्यवस्था, आर्थिक-राजनीतिक दृष्टि से स्थिर दिखेगी, तभी नई परियोजनाओं में निवेश किया जाएगा, ऐसा चीन ने बताया है । चीन के इस निर्णय के कारण पाकिस्तान में टिप्पणी चालू हो गई है ।
चीन का पाकिस्तान पर विश्वास नहीं रहा !
पाकिस्तान पर दिवालियापन का समय आया है । आर्थिक संकट के कारण पाकिस्तान चीन की परियोजनाओं में सहयोग नहीं कर रहा । इसके अतिरिक्त चीन का बडा कर्ज पाकिस्तान पर है । इसी कारण पाकिस्तान चीनी निवेशकों के पैसे उन्हें वापस करेगा या नहीं , इस विषय में चीन को विश्वास नहीं रहा । पाकिस्तान ने चीन के अतिरिक्त सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमीरात से भी कर्ज लिया है । बलूच लिबरेशन आर्मी सहित अलकायदा, इस्लामिक स्टेट ने भी चीन की परियोजनाओं को लक्ष्य किया है । चीनी अभियंता, कर्मचारियों के जीवन को खतरा निर्माण हुआ है । उनके ऊपर आक्रमण भी हुए हैं ।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना वापस जाने पर चीन की दृष्टि से पाकिस्तान का महत्व घटा !
अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना तैनात थी, उस समय चीन ने पाकिस्तान को सहायता करना प्रारंभ किया था । उसने पाकिस्तान में निवेश चालू किया । अब अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान से वापस जाने के उपरांत चीन की दृष्टि से पाकिस्तान का महत्व कम हो गया है । इस कारण भी चीन ने पाकिस्तान से दूर रहना आरम्भ किया है ।