पाकिस्तान में मुझे जो सहना पडा, वह मुझे ही पता है ! – शिवरामकृष्णन्, भूतपूर्व क्रिकेट खिलाडी

भूतपूर्व क्रिकेट खिलाडी शिवरामकृष्णन् ने ‘जय श्रीराम’ के नारे पर प्रश्न उपस्थित करनेवाले पत्रकार राजदीप सरदेसाई को फटकारा !

बाएंसे भूतपूर्व क्रिकेट खिलाडी शिवरामकृष्णन् और पत्रकार राजदीप सरदेसाई

नई देहली – कर्णावती स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में १४ अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान में विश्वकप क्रिकेट प्रतियोगिता संपन्न हुई । इसमें भारत ने पाकिस्तान को पराभूत किया । इस खेल के समय प्रेक्षकों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए । उस संबंध में पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘क्या यह उचित है ? प्रभु श्रीराम का उल्लेख सकारात्मक ऊर्जा बढानेवाला होना चाहिए शत्रुता नहीं ।’(अन्य समय हिन्दू धर्म, हिन्दू देवता एवं संस्कृति की आलोचना करनेवाले आधुनिकतावादी पत्रकारों को पाक का समर्थन करते समय प्रभु श्रीराम का स्मरण होता है, यह जानिए ! – संपादक) इस पर भारत के भूतपूर्व क्रिकेट खिलाडी शिवरामकृष्णन् ने कठोर शब्दों में टिप्पणी की है ।

शिवरामकृष्णन् ने ‘एक्स’ पर की गई पोस्ट में राजदीप सरदेसाई को फटकारते हुए लिखा है, ‘जब मैं १६ वर्ष का (वर्ष १९८३ में) किशोर था उस समय पाकिस्तान में मुझे जिस उपहास का सामना करना पडा, वह मैं ही जानता हूं । मेरा रंग, मेरा धर्म, मेरा देश और मेरी संस्कृति पर मेरा उपहास किया गया, गालियां दी गईं । इसलिए यदि आपको ऐसा कोई अनुभव नहीं आया हो, तो कृपा कर इन बातों पर मत बोलिए ।’

संपादकीय भूमिका 

ढोंगी धर्मनिरपेक्षतावादी पत्रकारों ने सदैव ही पाक का समर्थन किया है । इसलिए उनकी पूंछ सदैव टेढी ही रहेगी, इसमें संदेह नहीं है ।