इजरायल ने किए हमास के ५०० स्थल नष्ट !

इजरायल और हमास के युद्ध का तीसरा दिन

तेल अवीव (इजरायल) – इजरायल और हमास में तीसरे दिन भी घमासान युद्ध चल रहा था । बताया जा रहा है कि हमास की ओर से तीसरे दिन १०० रॉकेट दागे गए, तो इजरायल की ओर से भी गाजा पट्टी में घुसकर आक्रमण किया जा रहा है । आज तक इसमें इजरायल के ७०० लोगों की मृत्यु, तो सहस्र नागरिक घायल हुए हैं । साथही फिलिस्तीन के ४१५ से अधिक लोगों की मृत्यु होकर २ सहस्र से अधिक लोग घायल हुए हैं । हमास के अनेक अड्डे ध्वस्त करने का दावा इजरायल ने किया है । बताया जा रहा है कि हमास के ५०० से अधिक स्थल नष्ट किए गए है ।

इजरायल ने केवल गाजा पट्टी में हमास के ४२६ स्थल ध्वस्त किए हैं । उसीके साथ २९ से अधिक स्थल हमास की सेना के नियंत्रण से मुक्त किए हैं । इजरायल से २०० लोगों को अपहृत करने का दावा हमास ने किया है । इसमें सैनिक, महिला, बच्चे और वृद्ध भी हैं । हमास ने उन्हें गाजा पट्टी से सटे तहखाने में रखा है । हमास इन नागरिकों का उपयोग मानवीय ढाल के रुप में कर रहा है, जिससे कि यदि इजरायल आक्रमण करेगा, तो उन्हींके लोग मारे जाएंगे । अनुमान है कि इजरायल के कारागृहों में लगभग ५ सहस्र २०० फिलिस्तीनी बंदीवान हैं ।

इजरायल में रहनेवाले सभी १८ सहस्र भारतीय सुरक्षित !

तेल अवीव के भारतीय दूतावास से प्राप्त जानकारीनुसार, इजरायल में १८ सहस्र भारतीय रहते हैं । वर्तमान में सभी सुरक्षित हैं । इन भारतीय पर्यटकों/नागरिकों ने स्वयं को सुरक्षित बाहर निकालने का आवाहन राजदूतों से किया है । एअर इंडिया ने तेल अवीव की सभी उडानें १४ अक्टूबर तक निरस्त की हैं ।

नेपाल के ११ हिन्दू छात्रों की हत्या

हमास के आक्रमण में २४ विदेशी नागरिक मृत हुए हैं । इनमें अमरिका, फ्रांस, जर्मनी, युक्रेन, थाईलैंड और नेपाल समाविष्ट हैं । नेपाल के १७ में से ११ हिन्दू छात्रों की हत्या की गई । ४ छात्र घायल हुए हैं । थाईलैंड के २ नागरिकों की मृत्यु हुई है । थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा है कि उनके ११ नागरिक हमास ने पकडे हैं ।

हमास ने ट्रक से लाई मृतदेह जर्मन महिला की !

हमास के आतंकवादियों ने ७ अक्टूबर को एक महिला की मृतदेह पिकअप ट्रक से लाई थी । इस महिला का परिचय प्राप्त हुआ है । उसका नाम शानी लोऊक है और वह जर्मन नागरिक है । वह संगीत उत्सव में सम्मिलित होने के लिए इजरायल में आई थी । हमास ने यहां आक्रमण कर २६० लोगों की हत्या की, तो कुछ लोगों को बंदी बनाकर ले गए ।