विजेता छात्रों को सनातन के ग्रंथ पुरस्कार स्वरूप देने के लिए प्रधानाध्यापक एवं प्राचार्याें से संपर्क करें !

साधकों के लिए सूचना !

सर्वत्र के साधक, जिले के विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं महाविद्यालयों के प्राचार्याें से मिलकर उन्हें ग्रंथों के विषय में जानकारी दें । उन्हें छात्रों को ‘संस्कार’, राष्ट्र आदि संबंधी एवं अन्य ग्रंथ पुरस्कार स्वरूप देने के लिए प्रेरित करें ।

विद्यालयीन अथवा महाविद्यालयीन वर्ष के आरंभ में ही छात्रों को सनातन के ग्रंथ पुरस्कार स्वरूप देने के संदर्भ में विनती पत्र प्रधानाध्यापक एवं प्राचार्याें को देने का नियोजन करें ।