चंद्रमा, मंगल एवं शुक्र ग्रह तक पहुंचने की क्षमता; किंतु इसके लिए आत्मविश्वास वृद्धि करना आवश्यक है ! – इसरो प्रमुख श्रीधर सोमनाथ

  • केरल के एक मंदिर में पूजा-अर्चना करने के उपरांत

  • इसरो प्रमुख श्रीधर सोमनाथ ने दिया वक्तव्य !

श्रीधर सोमनाथ

तिरुवनंतपुरम (केरल) – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख श्रीधर सोमनाथ ने चंद्रयान-३ अभियान की सफलता के उपरांत तिरुवनंतपुरम में पूर्णमिकवु भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की । इस अवसर पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्रीधर सोमनाथ ने कहा कि भारत के पास चंद्रमा, मंगल तथा शुक्र ग्रह पर अंतरिक्ष यान भेजने की क्षमता है; किंतु उसके लिए आत्मविश्वास में वृद्धि आवश्यक है । आत्मविश्वास बढ जाए, तो हम किसी भी ग्रह तक पहुंचने में सक्षम हैं ।

श्रीधर सोमनाथ ने आगे कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास के लिए अधिक वित्तीय निवेश की आवश्यकता है । हमारा लक्ष्य देश का विकास करना है ।

विज्ञान तथा अध्यात्म पर शोध करना मेरे जीवन का महत्वपूर्ण भाग है !

स्वयं को महान वैज्ञानिक समझने वाले पुरो(अधो) गामी नास्तिकों को करारा तमाचा ! इसकी संभावना नहीं है कि ये पुरो(अधो) गामी इसरो के प्रमुख सोमनाथ से कुछ सीखेंगे; क्योंकि उन्हें उनके बुद्धि प्रामाण्यवादी होने का अहंकार है !

श्रीधर सोमनाथ ने कहा, मैं एक शोधकर्ता हूं । चंद्रमा पर शोध, विज्ञान तथा अध्यात्म पर शोध करना मेरी जीवन यात्रा का एक महत्वपूर्ण भाग है । मैं मंदिरों में जाता हूं तथा अनेक धर्मग्रंथों का अध्ययन करता हूं ।