काठमांडू – भारत ने नेपाल से १० सहस्र मेगावाट बिजली खरीदने का समझौता किया है । ‘नेपाल में निर्माण होने वाली बिजली हम खरीदने वाले हैं; लेकिन यह परियोजना चीन द्वारा निर्माण की गई होगी अथवा चीन ने उसमें पैसा लगाया होगा, तो यह बिजली नहीं लेंगे’, ऐसा भारत ने स्पष्ट किया है । नेपाल के रास्ते भारतीय बाजार में पहुंचने का चीन अनेक दिनों से प्रयास कर रहा है । अब चीन से टमाटर की भारतीय बाजार में तस्करी हो रही है । श्रीलंका और पाकिस्तान के अनुसार नेपाल में विविध परियोजनाएं चलाकर उसे कर्ज में डुबोने का प्रयास करने वाले चीन को भारत ने ऐसा निर्णय लेकर बडा झटका दिया है ।
New deal opens door for export of another 300MW electricity to India via Bihar
Nepal will be able to sell 1,100 megawatts subject to approval from Indian authorities. https://t.co/fgfYJgHS9g — by@journoprithvi
— The Kathmandu Post (@kathmandupost) July 13, 2023
१. भारत ने नेपाल में निर्माण होने वाली बिजली की जांच चालू की है । नेपाल जिस बिजली परियोजना से बिजली निर्यात करना चाहता है, उसमें चीन की हिस्सेदारी की कुछ भूमिका है क्या, इसकी खोज भारत कर रहा है । वर्तमान में नेपाल भारत को ४५२ मेगावाट बिजली बेचता है । नेपाल को अभी और १८ जलविद्युत परियोजनाओं में बिजली निर्माण करनी है । उनकी कुल क्षमता १ सहस्र मेगावाट है । भारत ने अब इन सभी ऊर्जा परियोजनाओं के आर्थिक दस्तावेजों की जानकारी मांगी है ।
India wants Nepal to decouple from China
India is taking steps in this direction by:-
• #India will not buy any electricity from #Nepal power projects involving #China.
• India will not provide air links from Indian airports to Nepalese airports involving China.
Nepal… pic.twitter.com/ywTfkj021V
— Indian Aerospace Defence News – IADN (@NewsIADN) June 6, 2023
२. नेपाली अधिकारियों ने बताया कि, भारत अब जलविद्युत परियोजनाओं की संपूर्ण जांच करना चाहता है । ऐसी स्थिति में अब चीन द्वारा निर्माण की गई बिजली नेपाल भारत को नहीं बेच पाएगा ।