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मॉस्को (रूस) – रूस की निजी सेना ‘वैगनर ग्रुप’ ने विद्राेह कर रूस के रास्तोवा शहर नियंत्रर में लेकर मॉस्को की ओर कूच की थी । इसके साथ ही इस सेना के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन ने स्वयं को राष्ट्राध्यक्ष भी घोषित किया था; परंतु अब बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष की मदद से राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन एवं प्रिगोजिन में समझौता होने से प्रिगोजिन ने पीछे हटने की घोषणा की है ।
(सौजन्य : Zee News)
१. आंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्थाओं द्वारा दिए वृत्तानुसार प्रिगोजिन एवं रूस की ओर से मध्यस्थता करनेवाले बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्जेंडर ल्युकाशें को में चर्चा हुई । तदुपरांत प्रिगोजिन ने मॉस्को की दिशा में कूच करनेवाली अपनी सेना को रुकने के आदेश दिया । इस चर्चानुसार प्रिगोजिन पर कोई भी अभियोग नहीं चलाया जाएगा और उन्हें बिना किसी रुकावट के बेलारूस भेजना पुतिन ने मान्य किया है । इसके साथ ही ‘वैगनर ग्रुप’ सेना पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी । ‘प्रिगोजिन के बेलारूस पहुंचने से पहले ही उनकी सेना यूक्रेन में मोर्चें पर पुन: तैनात होगी, ऐसी शर्त भी रखी गई है ।
२. ‘रूस में रक्तपात एवं अंतर्गत युद्ध न हो, यही पुतिन का सर्वोच्च ध्येय था; इसलिए उन्होंने प्रिगोजिन एवं उनकी सेना को जाने दिया’, ऐसा स्पष्टीकरण पुतिन सरकार ने दिया ।
३. ‘वैगनर ग्रुप’ की सेना रूस की राजधानी मॉस्को से केवल २०० किलोमीटर से भी अल्प अंतर पर पहुंच गई थी । यदि उनसे चर्चा विफल हुई होती, तो भीषण युद्ध अटल था ।