(…और इनकी सुनिए ) ‘प्रधानमंत्री मोदी से भारत के मुसलमानों की सुरक्षा पर चर्चा करें ! – अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा

अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन को दी सलाह !

अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा (बाएं) भारत के प्रधानमंत्री  मोदी आणि अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन (उजवीकडे)

वॉशिंग्टन (अमेरिका) – अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत के मुसलमानों की सुरक्षा के सूत्र पर चर्चा करनी चाहिए, ऐसी सलाह अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष एवं बायडेन में डेमोक्रैटिक पक्ष के बराक ओबामा ने इन दोनों के भेंट से पूर्व दी थी । उन्होंने आगे यह भी कहा, ‘मेरी मोदी से भेट हुई होती, तो अल्पसंख्यकों के अधिकाराें का सूत्र उपस्थित किया होता ।’ बायडेन एवं मोदी में हुए द्विपक्षीय बैठक में आतंकवाद पर चर्चा हुई है, ऐसा उन्होंने संयुक्त निवेदन द्वारा बताया है ।

हिन्दू एवं मुसलमान में फूट उनके और भारत के विरोध में होगी !

बराक ओबामा ने ‘सी.एन्.एन्.’ इस समाचारवाहिनी को दी गई भेंटवार्ता में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे अच्छे मित्र हैं; परंतु भारत में मुसलमानों की सुरक्षा, यह चिंता का विषय है । भारत हिन्दू बहुसंख्यकों का देश है और वहां के मुसलमान अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का विषय भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है ।

(सौजन्य : Hindustan Times )

अमेरिका का राष्ट्राध्यक्ष होना सरल नहीं !

बराक ओबामा ने आगे कहा कि अमेरिका का राष्ट्राध्यक्ष होना सरल बात नहीं । मैं जब अमेरिका का राष्ट्राध्यक्ष था, तब मैं लोगों से मिलता था । मैं उनसे चर्चा करता था । उनसे पूछता था, ‘क्या आपको लगता है कि अपनी सरकार, अपना पक्ष लोकतंत्र का पालन करता है ?’ अनेक बार इस प्रश्न के उत्तर में लोग ‘नहीं’ कहते थे । अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष को ऐसी अनेक बातें स्वीकारनी होती थीं । इसमें वित्तीय सूत्रों का भी समावेश है ।

भारत के मुसलमानों के प्रति आत्मीयता एवं सहानुभूति रखनेवाले बराक ओबामा का वास्तविक रूप !

जब ओबामा राष्ट्राध्यक्ष थे तब उन्होंने एक वर्ष में सीरिया, इराक, अफगानिस्तान, लिबिया, येमेन, सोमालिया एवं पाकिस्तान, इन ७ इस्लामी देशों पर २६ सहस्र १७१ बम फेंके थे । इसमें लाखों मुसलमानों की मृत्यु हुई थी । ओबामा के कार्यकाल में अमेरिका द्वारा अन्य देशों पर सर्वाधिक ड्रोन आक्रमण किए गए । अमेरिका के सैनिक ७० देशों में तैनात थे । तब भी ओबामा को नोबल शांति पुरस्कार दिया गया ।

संपादकीय भूमिका 

भारत के अंतर्गत सूत्रों पर चर्चा करने का अधिकार किसी भी देश एवं उनके प्रमुखों को नहीं, यह ओबामा जानते नहीं क्या ? ‘प्रधानमंत्री मोदीजी बायडेन के साथ अमेरिका के अश्वेतों (ब्लैक्स) पर अत्याचारों के विषय में चर्चा करें’, ऐसा भारत ने कभी कहा है क्या ?