चलती रेल में अल्प आयु की लडकी की तस्करी करनेवाले दंपति को किया पुलिस के अधीन !

राष्ट्रीय बाल अधिकार रक्षा आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो का अभिनंदनीय कृत्य !

नई देहली – राष्ट्रीय बाल अधिकार रक्षा आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने रेल से मध्य प्रदेश से देहली की ओर जाते हुए एक अल्प आयु की लडकी की तस्करी करनेवाले दंपति को पुलिस को सौंपा है ।

३० मई की रात्रि को कानूनगो कटनी से देहली जा रहे थे, समय उनको एक दंपति पर शंका हुई । उनके साथ १५-१६ वर्ष की एक लडकी थी । वह दंपति उस लडकी के माता-पिता नहीं दिखते थे । उनके हाव-भाव भी विचित्र लगने से कानूनगो ने उनसे पूछताछ की । उनके कागद-पत्र (दस्तावेज) जांचने पर उनकी शंका सच निकली । वे लोग लडकी की तस्करी करनेवाले थे । कानूनगो ने तुरंत पुलिस से संपर्क कर सागर रेल स्थानक पर (स्टेशन पर) उन दोनों को पुलिस को सौंपा । जबकि लडकी को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया । इस संपूर्ण प्रकरण का चित्रीकरण भी किया गया है ।

लडकी छत्तीसगढ के बिलासपुर से है तथा उसकी काउंसलिंग (समुपदेशन) की जा रही है । उसका सामाजिक विवरण (सोशल रिपोर्ट) बनाया जा रहा है । इस ब्योरा (अहवाल) के अंतर्गत परिजनों द्वारा लडकी को तस्करों के हाथ सौंपने के पीछे घर की परिस्थिति का अध्ययन किया जाएगा । यदि कुल मिलाकर परिस्थिति को देखते हुए लडकी को घर भेजने पर उसे दोबारा तस्करों के पास भेजे जाने की संभावना हो, तो उसको घर नहीं भेजा जाएगा ।