चंडीगढ के सरकारी विद्यालय में १३ वर्षीय छात्रा पर ५ छात्रों ने अनेक बार किया बलात्कार !

चोरी का अरोप लगाने की धमकी देकर मौन रहने के लिए कहा !

चंडीगढ (हरियाणा) – यहां के ‘मॉर्डन स्कूल’ नामक एक सरकारी विद्यालय में सातवीं कक्षा में पढनेवाली छात्रा पर उसी विद्यालय के छात्रों ने अनेक बार बलात्कार करने की धक्कादायक घटना सामने आई है । विद्यालय में, इसके साथ ही विद्यालय के बाहर यह घृणास्पद कृत्य करने की जानकारी पुलिस ने दी । यह घटनाक्रम १८ मई को सामने आया । पुलिस ने इस प्रकरण में अपराध प्रविष्ट किया है और आरोपियों को बालसुधारगृह में भेज दिया गया है ।

१३ वर्षीय पीडिता पर पहले उसकी ही कक्षा में पढनेवाले एक छात्र ने बलात्कार किया । उस छात्र ने पीडिता पर  चोरी का आरोप कर उसे चुप रहने के लिए कहा । तदुपरांत कक्षा ९ वीं में पढनेवाले ४ छात्रों ने अलग-अलग समय और स्थान पर उस पर बलात्कार किया । इन घटनाओं के विषय में पहले विद्यालय की ही एक शिक्षिका को जानकारी मिली । उन्होंने प्राचार्य को इसकी जानकारी दी । तत्पश्चात पुलिस एवं पीडिता के कुटुंबियों को भी सूचित किया गया है । पांचों आरोपियों को बालसुधारगृह में भेजा गया है और पीडिता का समुपदेशन किया जा रहा है ।

संपादकीय भूमिका 

  • यह घटना दर्शाती है कि युवा पीढी का कितना अधिक नैतिक पतन हो गया है  ! बच्चों को केवल भौतिक शिक्षा देने का ही प्रचलन है । वास्तव में उन्हें धर्म एवं साधना सिखाकर यदि वह करवा ली जाए, तब ही ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा ! हम इस पर कब ध्यान देंगे  ?
  • अवयस्क (नाबालिग) आरोपियों पर कानून के अनुसार दंडित नहीं कर सकते; परंतु ऐसी घटनाओं से यह ध्यान में आता है कि उन पर कार्रवाई होनी आवश्यक है  ! अध्यात्मविहीन कानून बनानेवाली भारतीय व्यवस्था के पास इसका क्या उ‌त्तर है ?