नई देहली – निर्णय दिए गए विषय पर पुनः पुन: याचिका प्रविष्ट करने के कारण सर्वोच्च न्यायालय ने एक व्यक्ति को फटकार लगाई तथा उसे १० सहस्र रुपए का दंड भी सुनाया । ‘इस प्रकार की याचिकाएं प्रविष्ट करना समय का अपव्यय करने समान है’, न्यायालय ने ऐसा कहा ।
इस व्यक्ति को नौकरी से हटा दिया गया था तथा इसके विरुद्ध उसकी प्रविष्ट याचिका पर वर्ष २००४ में निर्णय दिया गया था । अब इस व्यक्ति ने पुन: इस विषय में याचिका प्रविष्ट कर अपने पर अन्याय हुआ कहते हुए पुन: सुनवाई करने की मांग की थी । इस कारण न्यायालय ने उसे फटकार लगाई ।
SC: ‘बार-बार एक ही मामले को अदालत में लाना न्यायिक समय की बर्बादी’, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकारhttps://t.co/NWmYE3JEDq
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) May 6, 2023