मेरीलैंड (अमेरिका) के कैथॉलिक चर्च में ८० वर्षों में १५० पादरियों ने किया ६०० बालकों का यौन शोषण !

इतने वर्षों तक चर्च ने छुपाई घटनाएं !

अ‍ॅटर्नी जनरल ब्रायन फ्रॉश इनका विवरण

मेरीलैंड (अमेरिका) – अमेरिका के मेरीलैंड राज्य में वर्ष १९४० से कैथॉलिक चर्च में ६०० से अधिक बालकों का यौन-शोषण किया गया । शोषण करनेवालों में लगभग १५० पादरी थे । इस संदर्भ में तैयार किए गए ४६३ पृष्ठों के विवरण (रिपोर्ट)में यह जानकारी दी गई है । ४ वर्षों के अनुसंधान के उपरांत यह विवरण तैयार किया गया । लगभग ८० वर्षों के उपरांत यह घटना सामने आई है । इतने वर्षों तक ये घटनाएं चर्च द्वारा छुपाई गई थीं ।

१. इस विवरण में अपराधी पादरियों की पहचान सामने आई है । वर्ष २०१९ में तत्कालीन एटॉर्नी जेनरल ब्राइन फ्रौश ने इन घटनाओं की जांच आरंभ की थी । १०० पीडितों के साक्ष्य एवं १ लाख पृष्ठों के कागदपत्रों (दस्तावेजों) का अध्ययन करने के उपरांत उन्होंने यह विवरण तैयार किया । न्यायालयीन अनुमति मिलने के पश्चात इस विवरण को सार्वजनिक किया गया ।

२. जिन बच्चों का शोषण किया गया है, वे सभी निर्धन परिवार से थे । इस विषय में न बताने के लिए उन्हें धमकाया भी गया है ।

३. ‍विवरण सार्वजनिक होने के उपरांत बाल्टीमोर के आर्चबिशप (ईसाई धर्मगुरु का एक पद) विलियम लोरी ने पीडित बच्चों से क्षमा मांगी है । लोरी ने कहा ‘कैथॉलिक चर्च के इतिहास की अबतक की यह सर्वाधिक दु:खद घटना है, जिसे अनदेखी करने एवं भूलने से नहीं चलेगा । चर्च के उच्चपदस्थ व्यक्ति के द्वारा इस प्रकार के कृत्य करनेवालों को दंड दिया जाएगा ।’ (केवल क्षमा मांग ने से क्या होगा ? उत्तरदायी वासनांध पादरियों को दंड मिलना आवश्यक है ! – संपादक)

४. इससे पूर्व अमेरिका के इलिनोइस प्रांत में लगभग ७०० पादरियों पर बच्चों के यौन- शोषण का आरोप था । इलिनोइस के एटॉर्नी जेनरेल ने अपने विवरण में इन घटनाओं का उल्लेख किया है ।

संपादकीय भूमिका 

  • ऐसी घटनाओं में एक भी वासनांध पादरी को दंड नहीं हुआ है, यह ध्यान में लें ! चर्च के कानूनों के बल पर ही वासनांध पादरी दंड से अपना बचाव कर सकते हैं अत: वे इन्हीं कानूनों का अनुचित लाभ उठा रहे हैं । इन कानूनों में परिवर्तन लाना आवश्यक है !
  • ऐसी घटनाओं पर भारत में धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी, महिला संगठन तथा मानवाधिकारवाले कोई चर्चा नहीं करते, यह ध्यान में लें !