जम्मू – कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का दावा
ग्वालियर (मध्य प्रदेश) – हममें से अनेकों को लगता है कि, महात्मा गांधी के पास कानून की डिग्री थी ; लेकिन यह सत्य नहीं है ।उनके पास कोई भी डिग्री नहीं थी । उनकी शिक्षा केवल माध्यमिक विद्यालय तक हुई थी ; लेकिन ‘वे अशिक्षित थे’ ऐसा कोई नहीं कहेगा ।उनके पास कानून की डिग्री नहीं थी, फिर भी कानून का अध्ययन करने की उनकी पात्रता थी । शिक्षा अल्प होते हुए भी वे राष्ट्रपिता हुए । इस कारण ‘केवल डिग्री लेना ही शिक्षा लेना है ,ऐसा नहीं है’, ऐसा दावा जम्मू – कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यहां आई.टी.एम. विश्वविद्यालय में डॉ राम मनोहर लोहिया की स्मृति में आयोजित व्याख्यानमाला में बोलते हुए किया । मनोज सिन्हा विद्यार्थियों को यह समझाने का प्रयास कर रहे थे कि, ‘मात्र डिग्री प्राप्त कर लेना शिक्षित होने का द्योतक नहीं’ ।
#WATCH | J&K LG says, "…Misconception that Gandhi ji had a Law Degree. Did you know he didn't have a single University Degree? His only qualification was a High School Diploma. He qualified to practice Law but didn't have a Law Degree. He had no Degree but how educated he was." pic.twitter.com/2O3MkeZZhI
— ANI (@ANI) March 24, 2023
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के इस विधान पर कांग्रेस ने आपत्ति जतायी है । मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ‘जब से प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की डिग्री पर प्रश्न खड़ा किया गया, तब से भाजपा के सामने बड़ा संकट निर्माण हुआ है । महात्मा गांधी बैरिस्टर थे । अपने विवाद में उन्हें क्यों खींच रहे हैं , ऐसा कहा ।