यदि पाकिस्तान ने जनसंख्या पर नियंत्रण रखा होता, तो आज के समान स्थिति नहीं उत्पन्न होती ! 

पाकिस्तान के भूतपूर्व अर्थमंत्री ने फटकारा !

पाकिस्तान की बढती जनसंख्या

कराची (पाकिस्तान) – जिस प्रकार इस्लामी देशों ने जनसंख्या पर नियंत्रण रखा, ‍पाकिस्तान के वैसा न रखने से आज देश की स्थिति दयनीय हो गई है, पाकिस्तान के भूतपूर्व अर्थमंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने यहां ऐसा वक्तव्य दिया । ‍वे कराची के एक कार्यक्रम में ऐसा बोल रहे थे । ‘आर्थिक चुनौतियां दूर करने हेतु हमें जनसंख्या नियंत्रण पर बल देना चाहिए’, उन्होंने ऐसा आवाहन किया ।

पाकिस्तान के भूतपूर्व अर्थमंत्री मिफ्ताह इस्माइल

१. मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि पाकिस्तान में प्रति वर्ष ५५ लाख बच्चे जन्म लेते हैं । यदि इतने बच्चे जन्म लेते हैं, तो पाकिस्तान जनसंख्या नियोजन पर कब ध्यान देगा ? जब इस विषय पर चर्चा की जाती है, तब एक विशेष गुट इस पर आलोचना करने हेतु आगे आता है । इजिप्त, बांग्लादेश तथा ट्यूनीशिया आदि मुस्लिम देशों ने जनसंख्या का नियोजन किया; परंतु हमने नहीं किया । यदि गत १० वर्षों में बांग्लादेश के प्रजनन की मात्रा में हमारा प्रजनन होता, तो आज पाकिस्तान की पर्ण राष्ट्रीय आय प्रति व्यक्ति १५ प्रतिशत से अधिक होती ।

२. इस्माइल ने आगे कहा कि पाकिस्तान की निर्मिति के प्रथम ११ वर्षों में ७ प्रधानमंत्री हुए, जबकि इसी कालावधि में भारत ने ५ आइआइटी की स्थापना की । पाकिस्तान ऋण चुकाने के लिए दूसरा ऋण लेता है । यह पद्धति कभी सफल नहीं होगी ।

संपादकीय भूमिका

  • जनसंख्या पर नियंत्रण न रखने से पाकिस्तान की जैसी स्थिति हुई है, भविष्य में भारत में भी वैसी स्थिति आ सकती है, ऐसा कहना अनुचित नहीं होगा !
  • भारत में जन संख्या कौन बढा रहा है, यह ‍विख्यात है । उस पर नियंत्रण रखने हेतु भारत सरकार को कडे कदम उठाना आवश्यक है, अन्यथा भारत के ‘पाकिस्तान ’ होने पर आश्‍चर्य नहीं प्रतीत होना चाहिए !