बेंगलुरु (कर्नाटक) – नगर के आर्.व्ही. विश्वविद्यालयने कृत्रिम बुद्धिमत्ताद्वारा (आर्टीफिशल इंटेलिजन्टद्वारा) चलाए जाने वाले संभाषणात्मक संगणकीय प्रणाली ‘चॅटजीपीटी’ पर प्रतिबंध लगाया है, तो नगर के अनेक महाविद्यालयों में इसपर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है । इसके पहले विश्व के अनेक नगरों के विद्यालयों में इसपर प्रतिबंध लगाया जा चुका है । इनमें न्यूयॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन, सिएटल पब्लिक स्कूल, फ्रान्स के ‘सायन्स पो’ विश्वविद्यालय ने भी प्रतिबंध लगाया है। इनका कहना है कि चॅटजीपीटी के कारण विद्यार्थियों के शिक्षण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है ।
#ChatGPT banned in Bengaluru colleges, US schools: 9 key things to know
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— The Times Of India (@timesofindia) January 30, 2023
बेंगलुरु के महाविद्यालयों से आदेश जारी किया गया है कि कोई भी विद्यार्थी अंतिम परीक्षा में चॅटजीपीटी अथवा ऐसी किसी भी कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणाली का उपयोग नहीं करेगा ।
चॅटजीपीटी क्या है ?
चॅटजीपीटी कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर आधारित सॉफ्टवेअर (संगणकीय प्रणाली) है । इसका पूरा नाम ‘चॅट जेनरेटिव्ह प्रिटेन्ड ट्रान्सफॉर्मर’, है । इस संगणकीय प्रणाली से प्रश्न करने पर उत्तर मिलता है ।