समाज‍वादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जलाई श्रीरामचरितमानस की प्रतियां !

श्रीरामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनवाले पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थन किया !

उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – यहां श्रीरामचरितमानस की कुछ प्रतियां जला कर समाजवादी पार्टी के ओबीसी महासभा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को समर्थन दिया गया । मौर्य ने इससे पूर्व ‘श्रीरामचरितमानस’पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है । समाजवादी पार्टी ने मौर्य को पार्टी का प्रधान सचिव बनाया है ।

ओबीसी महासंघ के कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमने श्रीरामचरितमानस’ के आपत्तिजनक भाग की प्रतियां जलाई हैं । इसमें नारी, शुद्र, दलित तथा ओबीसी समाज के विरुद्ध आप‌तिजनक वक्तव्य हैं । उन्हें रामचरितमानस’से हटा देना आवश्यक है । जिस समय वे निकाले जाएंगे, तभी हमारा विरोध समाप्त होगा । अन्यथा स्थान-स्थान पर विरोध चलता ही रहेगा ।

विनाशकाले विपरीतबुद्धिः । – उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

श्रीरामचरितमानस की प्रतियां जलाने की घटना के विषय में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने व्टिट कर कहा कि ‍विक्षिप्त समाजवादी पार्टी ने उसका हिन्दूविरोधी चरित्र उजागर किया है । श्रीरामचरितमानस का अपमान करनोवाले पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधान सचिव बना कर पार्टी की शवपेटी पर अंतिम किला गाड दिया है । इसको ‘विनाशकाले विपरीतबुद्धिः ।’ (विनाशकाल समीप आने पर बुद्धि भ्रष्ट होती है ) ऐसा ही कहना पडेगा ।

संपादकीय भूमिका 

  • इस प्रकार प्रतियां जलाने से विचार कभी नष्ट नहीं होते । यदि विचारों का उचित प्रतिवाद किया गया, तभी उस विचार का खंडन किया जाता है । श्रीऱामचरितमानस’ ग्रंथ में बहुत चैतन्य होने के कारण ५०० वर्ष उपरांत भी श्रीरामचरितमानस पर करोडों लोगों की श्रद्धा है तथा वे भक्ति कर रहे हैं !
  • हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने के प्रकरण में केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देकर ऐसे कृत्य करनेवाले संबंधितों पर कार्यवाही करना आवश्यक !