‘केवल इस्लाम ही प्रेम और विश्वास का संदेश देता है !’

‘मनुस्मृति’ और ‘रामचरितमानस’ को घृणा फैलाने वाले ग्रंथ’ कहने वाले बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर यादव का पुराना विधान सामने आया !

चंद्रशेखर यादव और निखिल आनंद

पाटलीपुत्र (बिहार) – बिहार के शिक्षामंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता चंद्रशेखर यादव ने ३ दिन पहले ही ‘मनुस्मृति’, ‘रामचरितमानस’ और प.पू. गोलवलकर गुरूजी के ‘बंच ऑफ थॉट्स’ सन ग्रंथों को ‘घृणा फैलाने वाले ग्रंथ’ बताया है । इसमें वे कह रहे हैं, ‘प्रेम और विश्वास का संदेश देनेवाला केवल इस्लाम है । हमें घृणा फैलाने वालों से लडना है । घृणा फैलाने वालों की पराजय होने दें और विश्वास का संदेश देनेवालों की विजय होने दें ।’

१. यह वीडियो चंद्रशेखर यादव के फेसबुक खाते पर ४ मई, २०२२ के दिन अपलोड किया गया है । इसमें वे ईद के कार्यक्रम में सहभागी होते हुए दिख रहे हैं । पत्रकार द्वारा पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने उपर्युक्त विधान किया ।

२. भाजपा के ओबीसी फ्रंट के महासचिव निखिल आनंद ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर कर राज्य के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से पूछा, ‘आप अपने मंत्रियों के ऐसे बयानों पर चुप क्यों हैं ?’

संपादकीय भूमिका

इससे चंद्रशेखर की हिन्दू विरोधी मानसिकता स्पष्ट होती है ! एक योजना के अंतर्गत वे हिन्दू धर्म का अपमान कर अन्य धर्म के लोगों के मतों के लिए उनके धर्म की प्रशंसा कर रहे हैं । जब तक बिहार के हिन्दू संगठित नहीं होते, तब तक इस प्रकार की राजनीति चालू ही रहेगी !