‘परमाणु बम के लिए समय आने पर घास खाएंगे’, ऐसा कहनेवाले पाकिस्तान पर आया घास खाने का समय !

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में महंगाई ने जोर पकडा है । यहां लोगों के पास पैसे हैं, तो भी गेंहूं का आटा मिलना कठिन हो गया है । एक समय पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार भुट्टो द्वारा किए विधान की पाकिस्तान के नागरिकों को और विश्वभर के लोगों को याद होने लगी है । भुट्टो ने वर्ष १९७० में कहा था, ‘समय आने पर पाकिस्तानी नागरिक घास खाएंगे, भूखे रहेंगे; लकिन परमाणु बम अवश्य ही बनाएंगे ।’ भुट्टो का यह विधान सत्य होते हुए दिख रहा है । पाकिस्तान ने परमाणु बम बनाया होगा, तो भी आज उसके नागरिकों पर घास खाने का समय आया है । देश के पास परमाणु हथियार हैं; लेकिन गेंहूं के आटे के लिए दर-दर भटकना पड रहा है । पाकिस्तान के पास केवल ३ सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा शेष है और यह देश आर्थिक दिवालिएपन की ओर बढ रहा है ।

५ रुपए का ‘पारले जी’ मिलरहा है ५० रुपए में !

पाकिस्तान में महंगाई इतनी बढी है कि, भारत में ५ रुपए में मिलनेवाला ‘पारले जी’ बिस्कुट पाकिस्तान में ५० रुपए में बेंचा जा रहा है । भारत में ५० रुपए में मिलने वाली ब्रेड का पैकेट पाकिस्तान में १५० से २०० रुपए में बेंचा जा रहा है । गेंहूं की बोरियों की सुरक्षा के लिए एके-४७ रायफल रखने वाले सैनिक तैनात किए गए हैं । पाकिस्तानी जनता के कुछ वीडियो प्रसारित हो रहे हैं । एक वीडियो में एक व्यक्ति गाडी के नीचे पडा है और कह रहा है, यदि आप आटा दे नहीं सकते, तो गाडी मेरे शरीर पर चढा दें, मुझे समाप्त कर दें ।’ एक वीडियो में लोग आटे के लिए लडते हुए दिख रहे हैं । ‘ये झगडे, ये दंगे पाकिस्तान में आटे के लिए हो रहे हैं’, ऐसा वीडियो के नीचे लिखा है । एक अन्य वीडियो में सैकडों महिलाएं ट्रक के पीछे दौड रही हैं । इस ट्रक में आटे की बोरियां भरी हैं ।