केरल के प्रतिबंधित ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के अधिवक्ता को बंदी बनाया गया !

नई देहली – केरल में प्रतिबंधित ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) के एक अधिवक्ता को राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र (एनआईए) ने बंदी बनाया है । बंदी बनाया गया अधिवक्ता महम्मद मुबारक एर्नाकुलम जिले के एडवानक्कड का रहने वाला है । एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, ‘एनआईए द्वारा वर्तमान में राज्य में ५६ स्थानों पर छापेमारी के पश्चात इस प्रकरण में बंदी बनाया गया यह १४ वां व्यक्ति है ।

पीएफआई के लिए कार्य कर रहे मुबारक एक मार्शल आर्ट तथा हिट स्क्वाड इंस्ट्रक्टर हैं । वे केरल उच्च न्यायालय में एक अधिवक्ता हैं। (प्रतिबंधित जिहादी आतंकवादी संगठन के कार्यकर्ता एवं यहां तक ​​​​कि एक जिहादी, जो संगठन की हत्या कैसे करें?, यह प्रशिक्षण देनेवाला अभी तक अधिवक्ता के रूप में कार्यरत है, यह कैसे? – संपादक) उसके घर में छापेमारी करने पर में छिपाई गई कुल्हाडी, तलवार एवं दरांती समेत अनेक हथियार नियंत्रण में लिए गए । यह भी सामने आया है कि पीएफआई विभिन्न राज्यों में अन्य समुदायों के नेताओं को लक्ष्य करने के लिए ‘हिट स्क्वॉड’ को सिद्ध करता था अर्थात प्रशिक्षण देता था ।

संपादकीय भूमिका

  • जिहादी आतंकवादी संगठनों पर केवल बंदी लाना पर्याप्त नहीं, अपितु उन्हें समूल नष्ट करने के लिए छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई करनी होगी, गत कुछ घटनाओं से यह स्पष्ट होता है । पीएफआई का अस्तित्व मिटाने करने के लिए सरकारी तंत्रों को कठोरता से प्रयास करने आवश्यक !
  • विशिष्ट समाज के लोगों को कितना भी ज्ञान (शिक्षा) दें, तो भी उनकी धर्मांधता नष्ट नहीं होती एवं वे घातक गतिविधियों में सम्मिलित रहते ही हैं, इसका यह एक उदाहरण ! इस विषय में नास्तिक एवं अधोगामी कुछ नहीं कहते, यह ध्यान में ले !