प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह के प्राणों पर संकट होने के कारण उन्हें तत्काल सशस्त्र सुरक्षा प्रदान की जाए ! – हिन्दू जनजागृति समिति

वाराणसी में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन !

ज्ञापन सौंपते हुए कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता

वाराणसी (उ.प्र.) – गोशामहल विधानसभा मतदारसंघ के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह को २३ अगस्त २०२२ को बंदी बनाया गया । उन पर एक पंथ के श्रद्धाकेंद्रों का कथित अपमान करने का आरोप है । इस प्रकरण में न्यायालय ने उन्हें जमानत भी दी है । उसके पश्चात अन्य एक दूसरे प्रकरण में टी. राजा सिंह को पुनः २५ अगस्त २०२२ को बंदी बनाया गया । कुल मिलाकर इस प्रकरण में विधायक टी. राजा सिंह को जानबूझकर लक्ष्य कर सताया जा रहा है । अब तो उन पर ‘पी.डी. एक्ट’ के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट कर उन्हें न्यूनतम एक वर्ष जेल में फंसाकर रखने का बडा षड्यंत्र रचा गया है । उन्हें बंदी बनाने से पूर्व और बंदी बनाने के पश्चात जिहादी प्रवृत्ति के धर्मांधों द्वारा मार डालने की धमकियां दी जा रही हैं । उसी प्रकार ‘सर तन से जुदा’ जैसे प्रक्षोभक और मार डालने के नारे लगाते हुए हिंसक आंदोलन किए जा रहे हैं । अतः उनकी सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था की दृष्टि से आज हिन्दू जनजागृति समिति ने तेलंगाना के माननीय राज्यपालजी को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा ।

इस समय अधिवक्ता अरुण कुमार मौर्य, अधिवक्ता संजीवन यादव, अधिवक्ता मदन मोहन यादव, अधिवक्ता सुनीता पाण्डेय, हिंदू जागरण मंच महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता अवनीश राय, अधिवक्ता श्यामजी वर्मा, अधिवक्ता हौसला पटेल, अधिवक्ता चक्रधर दुबे, अधिवक्ता मिथिलेश यादव, अधिवक्ता अनुराग पाण्डेय, अधिवक्ता वीरेंद्र पाण्डेय, अधिवक्ता अरुण कुमार गौतम, सनातन संस्था से रितेश गुप्ता और हिन्दू जनजागृति समिति से श्री. प्रेम प्रकाश सिंह व श्री. राजन केशरी उपस्थित थे ।

ज्ञापन में निम्नलिखित मांगें की गईं

१. जिहादी प्रवृत्ति के विधायक, पदाधिकारियों द्वारा कानून व्यवस्था बिगाडने के इच्छुक संबंधित जनप्रतिनिधियों पर तथा उन पर कार्यवाही न करनेवाले पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्यवाही की जाए ।

२. तेलंगाना सरकार के पक्षपाती होने से राज्य में हिंसाचार करनेवालों को पुलिस द्वारा छोड देने के कारण राज्य की कानून-व्यवस्था और बिगड सकती है । इसलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय इसे संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करे ।

३. टी. राजा सिंह के सर्व अभियोग महाराष्ट्र अथवा कर्नाटक अथवा गोवा आदि पडोसी राज्यों में हस्तांतरित किए जाएं ।

४. टी. राजा सिंह को जिस कारागृह में रखा गया है, वहां जिहादी आतंकवादी होने के कारण टी. राजा सिंह के प्राण संकट में हैं । अतः उन्हें सुरक्षित कारागृह में रखा जाए ।

५. टी. राजा सिंह पर पुराने अभियोग प्रविष्ट कर उन्हें कारागृह में रखने का प्रयास किया जा रहा है । उन्हें न्याय मिलने की दृष्टि से केंद्र सरकार हस्तक्षेप करे ।

क्षणिकाएं

१. प्र. नगर मजिस्ट्रेट वाराणसी (पी सी एस) सुरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि ‘‘टी राजा सिंह के संबंध में उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया हो एवं उन्हें मारने की धमकी देनेवाले पर विधि सम्मत उचित कार्रवाई हो इस हेतु इस ज्ञापन को आगे प्रेषित करूंगा ।’’

२. अधिवक्ता सजीवन यादवजी ने अधिवक्ताओं में इस संबंध में जागृति निर्माण की और सभी को साथ में लेकर ज्ञापन देने के लिए प्रेरित किया ।

३. २९ अधिवक्ताओं ने स्वयंप्रेरणा से टी राजा सिंह के समर्थन में हस्ताक्षर किए । १२ अधिवक्ता प्रत्यक्ष ज्ञापन देते समय उपस्थित थे ।