‘शांघाय कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन’की बैठक में उपस्थित !
समरकंद (उजबेकिस्तान) – यहां ‘शांघाय कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन’ अर्थात ‘एस.सी.ओ.’की एक दिवसीय बैठक १६ सितंबर को संपन्न हुई । इस बैठक में उपस्थित रहने के लिए १५ सितंबर को रात में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति ने स्वागत किया । रूस से संबंध सुदृढ करना, चीन के वर्चस्व पर अंकुश एवं पाकिस्तान को उत्तर देना, इसके साथ ही मध्य एशियाई देशों से सहयोग बढाना, इन तीन बातों के लिए भारत भी इस बैैठक में सम्मिलित हुआ ।
१. प्रधानमंत्री मोदी का रूस के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन, तुर्कीय के राष्ट्रपति एर्दोगन, इरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रायसी एवं उजबेकिस्तान के अध्यक्ष शावकत मिर्जिओयेव से द्विपक्षीय बैठक हुई ।
Today's era isn't of war & I've spoken to you about it on the call. Today we'll get the opportunity to talk about how can we progress on the path of peace. India-Russia has stayed together with each other for several decades: PM Modi in bilateral meet with Russian President Putin pic.twitter.com/dOZHzHhns5
— ANI (@ANI) September 16, 2022
२. प्रधानमंत्री मोदी की पुतिन के साथ हुई बैठक में दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध, इसके साथ ही अन्नसुरक्षा जैसे महत्त्वपूर्ण सूत्रों पर चर्चा की । रूस द्वारा जारी किए निवेदनानुसार, सामरिक स्थैर्य, एशिया-पैसिफिक क्षेत्र की परिस्थिति इन सूत्रों पर चर्चा हुई । इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने बिना किसी अडचन के स्वस्त कच्चे तेल के संग्रह के संदर्भ में पुतीन से चर्चा की ।
३. भारत के रूस के राजदूत डेनिस अलिपोव ने १५ सितंबर को कहा था कि भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति जारी ही रहेगी । इस वर्ष वह एक नए विक्रम को स्पर्श करेगा । भारत को सस्ते तेल की आवश्यकता है, तो रूस को नया बाजारपेठ चाहिए ।
४. प्रधानमंत्री मोदी एवं चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की भेट होगी अथवा नहीं, इसे अभी गोपनीय गुप्त रखा जा रहा है । भारत एवं चीन में सीमावाद अधिक तीव्र होने के उपरांत मोदी-जिनपिंग की यह प्रथम भेट होगी ।
भारत जगत की सबसे बडी अर्थव्यवस्थाओं में से एक ! – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए अपने भाषण में बोले, इस वर्ष भारत की अर्थव्यवस्था का ७.५ प्रतिशत दर से बढने की संभावना है । मुझे आनंद है कि भारत जगत की सबसे बडी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है । हम प्रत्येक क्षेत्र में निवेश का समर्थन करते हैं । आज भारत में ७० सहस्र से भी अधिक ‘स्टार्ट अप’ (नए उद्योग-धंधे) हैं । इसमें १०० से भी अधिक विशेष हैं । इसमें हमारे अनुभव का लाभ शांघाय कोऑपरेशन के देशों को हो सकता है । इसके लिए हम उसे सभी के लिए उपलब्ध करवाना चाहते हैं ।
‘शांघाय कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन’ क्या है ?‘शांघाय कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन’ राजकीय, आर्थिक एवं सुरक्षा संस्था है । वर्ष २००१ में स्थापित हुई इस संस्था के ८ स्थायी देश हैं । उसमें भारत, रूस, चीन, कजाकस्तान, किर्गिस्तान, उजबेकिस्तान, ताजिकिस्तान एवं पाकिस्तान का समावेश है । भारत एवं पाकिस्तान, वर्ष २०१७ में इस संस्था में सम्मिलित हुए । इसके अतिरिक्त आर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका एवं तुर्किय, ये ६ देश इस संस्था के संवाद भागीदार हैं; तो अफगानिस्तान, इरान, बेलारूस एवं मंगोलिया उसके निरीक्षक सदस्य हैं । |