व्यायाम कौन सा करें ?

वैद्य मेघराज पराडकर

‘व्यायाम करते समय शरीर के मेटाबॉलिस्म में (चयापचय क्रिया) (ऊर्जा निर्मिति की क्रिया) वृद्धि होनी चाहिए । सर्व जोडों में हलचल होनी चाहिए तथा शरीर के स्नायु खिंचे जाने चाहिए । अत: केवल चलना, सूर्यनमस्कार अथवा केवल प्राणायाम करने की अपेक्षा अपनी कार्यक्षमता के अनुसार अल्प मात्रा में प्रत्येक प्रकार का व्यायाम करें । इस प्रकार नियमित व्यायाम करने से शरीर पर व्यायाम का सुपरिणाम दिखाई देने लगता है । व्यायाम से आतंरिक क्षमता में वृद्धि होने के पश्चात व्यायाम की मात्रा भी धीरे-धीरे बढाएं ।’

– वैद्य मेघराज माधव पराडकर, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा । (१५.८.२०२२)