सरकार की सुधारवादी नीति के विरोध का परिणाम !
(इमाम का अर्थ है मस्जिद में प्रार्थना करानेवाला प्रमुख)
रियाध (साऊदी अरब) – साऊदी अरब के एक न्यायालय ने मक्का मस्जिद के पूर्व प्रमुख इमाम शेख सालेह अल तालिब को १० वर्ष के कारावास का दंड सुनाया है । वर्ष २०१८ में इस इमाम को बंदी बनाया गया था । साऊदी के मनोरंजन क्षेत्र को नियंत्रित करनेवाली संस्था ‘जनरल एंटरटेनमेंट अथॉरिटी’ की आलोचना करने के पश्चात उसे बंदी बनाया गया था । उसने संगीत कार्यक्रमों का विरोध किया था ।
A court in Saudi Arabia has sentenced a prominent former imam of the Grand Mosque in Makkah to 10 years in prison after he reportedly delivered a sermon criticising mixed public gatherings.
For more: https://t.co/kyRrBgds2x#etribune #news #SaudiArabia
— The Express Tribune (@etribune) August 26, 2022
आजकल साऊदी अरब के राजकुमार मुहम्मद बिन सलमान उनके देश में सुधारवादी नीतियां लागू कर रहे हैं । कट्टरपंथी मौलवी एवं इमाम इसका विरोध कर रहे हैं । ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्यवाही करके उन्हें कारागृह में डाला जा रहा है । उनमें से तालिब एक हैं ।