आवश्यक औपचारिकता पूरी करने में असमर्थ ३३४ निर्वासित पाकिस्तानी हिन्दुओं को पाक वापस जाना पडा !

लाहौर (पाकिस्तान) – अधिकृत सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के अत्याचारों के कारण वहां के हिन्दू भारत आते हैं; किंतु जुलाई २०२२ तक आए हिन्दुओं में से ३३४ निर्वासित हिन्दू पुनः लौटकर पाकिस्तान गए हैं । वर्ष २०२१ से आज तक अनुमान से १ सहस्र ५०० पाकिस्तानी हिन्दू वापस पाक गए हैं । हिन्दू सिंह सोढा द्वारा यह जानकारी प्राप्त हुई है कि उनमें से अधिकांश हिन्दुओं के पास भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए आवश्यक औपचारिकता पूरी करने के लिए धन तथा कागदपत्रों का अभाव रहने के कारण उन्हें पाकिस्तान वापस जाना पडता है ।

१. वर्तमान में पाक के २५ सहस्र हिन्दू भारतीय नागरिकता अपनाने को इच्छुक हैं । पिछले १० से १५ वर्षाें से ये हिन्दू भारत में निवास कर रहे हैं । वर्तमान में उन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त होने की निश्चिति न होने के कारण उनमें से राजस्थान के जैसलमेर से वर्ष २०२१ में १ सहस्र ५०० पाकिस्तानी हिन्दू पाकिस्तान वापस गए ।

२. हिन्दू सिंह सोढा ने बताया कि वर्ष २००४ तथा २००५ में नागरिकता देने के लिए शिविरों का आयोजन किया गया था । उसमें अनुमान से १३ सहस्र पाकिस्तानी हिन्दुओं को भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई; किंतु पिछले ५ वर्षाें में केवल २ सहस्र पाकिस्तानी हिन्दुओं को नागरिकता दी गई है ।

३. भारत के गृह मंत्रालय के नियमानुसार नागरिकता के लिए आवेदन देने हेतु पाकिस्तानी स्थलांतरितों के पारपत्र (पासपोर्ट)का नूतनीकरण करना आवश्यक रहता है । साथ ही पारपत्र लागू करने के लिए पाकिस्तानी दूतावास द्वारा प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना भी आवश्यक रहता है । इसके लिए अधिक व्यय करना पडता है । यह व्यय करने के पश्चात भी भारत की नागरिकता प्राप्त होने की संभावना अल्प रहने के कारण पाकिस्तानी हिन्दू वापस पाकिस्तान चले जाते हैं ।