बलूचिस्तान में २३ वर्षों में ८ सहस्र बलूची लोगों का अपहरण !

अपहरण हुए बलुचिस्तानी

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – बलूचिस्तान में पिछले २३ वर्षों में ५ से ८ सहस्र लोगों के गायब होने की बात सामने आई है । पाकिस्तान में बलूचिस्तान स्वयं की स्वतंत्रता के लिए पिछले अनेक दशक पाक के विरोध में संघर्ष कर रहा है । इसीलिए पाक सेना की ओर से बलूची लोगों पर लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं । बलूच के विद्यार्थी नेता जाकिर माजिद बलोच गायब होने की घटना को ८ जून के दिन १४ वर्ष पूर्ण हुए । इसी बहाने बलूचिस्तान के क्वाटा शहर के प्रेस क्लब के सामने प्रदर्शन किए गए इसका नेतृत्व ‘वोइस फॉर मिसिंग पर्सन्स’ (वीबीएम्पी) नामक संगठन ने किया ।

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने विद्यमान शाहबाज सरकार से लेकर पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ तक सभी अधिकारियों को नोटिस भेजने के निर्देश दिए हैं । निश्चित रूप से कितने लोग गायब हुए हैं यह निश्चित किया जाए, ऐसा न्यायालय ने कहा है ।

१. गायब हुए लोगों में बलूचिस्तान के लिए लडनेवाले कार्यकर्ताओं की संख्या सर्वाधिक है । बलूच राष्ट्रवादी कार्यकर्ता उनके नागरिक अधिकारों के लिए चीन – पाकिस्तान के आर्थिक प्रकल्प का विरोध भी कर रहे हैं ।

२. बलूच प्रान्त के अपहरणों की जांच करने के लिए पाकिस्तान में पहुंचे हुए नॉर्वे के मानवी अधिकार कार्यकर्ता एहसान अर्जेमंडी से भी बुरा व्यवहार किया गया । अर्जेमंडी को अवैधानिक रूप से पकडकर क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया गया था । इस संदर्भ में अर्जेमंडी ने कहा, ‘‘मैं ३१ जुलाई २००९ को बलूच पहुंचा । उसके बाद मुझे यात्रा करने से मना किया गया । इसलिए मैं जांच पूर्ण नहीं कर पाया ।’’ ६ अगस्त को वे मांड में कराची जानेवाली बस में बैठे थे । ७ अगस्त की सुबह को बलूचिस्तान और सिंध के बीच में पाकिस्तान सुरक्षा दलों ने उन्हें बस से बाहर फेंक दिया ।

संपादकीय भूमिका

 पाक के इन अत्याचारों के विरोध में एक भी इस्लामी देश और पाश्चात्य देश नहीं बोलते, यह ध्यान में रखिए !