बालाघाट (मध्य प्रदेश) – यहां के करोडपति राकेश सुराणा ने ११ करोड रुपयों की संपत्ति दान कर पत्नी एवं बेटे के साथ संन्यास लिया । २२ मई को जयपुर में वे दीक्षा ग्रहण करेंगे । सुराणा का बालाघाट में सोने चांदी का व्यवसाय है । राकेश सुराणा और उनकी पत्नी लीना को बचपन से ही अध्यात्म के मार्ग में रुचि थी । उनके सुपुत्र अमेय ने भी ४ वर्ष की छोटी आयु में साधना करने का निश्चय किया था । सुराणा परिवार ने उनकी सर्व संपत्ति गोशाला और अनाथालय को दान की है ।
संपादकीय भूमिकाव्यवहार की मर्यादा ध्यान में आने पर अध्यात्म को आत्मसात करने का यह एक और उदाहरण ! ऐसे असंख्य उदाहरणों के कारण ही उन बुद्धि प्रमाणवादियों पर तरस आता है जिन्हें बुद्धि और उससे मिलनेवाला सुख ही सर्वश्रेष्ठ लगता है ! |