सुदर्शन वृत्तवाहिनी के सुरेश चव्हाणके पर मुसालमानों के विरोध में द्वेषपूर्ण भाषण करने का आरोपसे लगाए जानेगए आरोप का प्रकरण

धर्मसंसद में हुई अस्तित्व की चर्चा, मुसलमानों के विरोध में भाषण नही ! – देहली पुलिस द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में प्रतिज्ञापत्र

सुदर्शन वृत्तवाहिनी के संपादक अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके

नई देहली – १९ दिसंबर २०२१ को देहली में संपन्न धर्मसंसद में सुदर्शन वृत्तवाहिनी के संपादक अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके पर मुसलमानों के विरोध में द्वेशपूर्ण भाषण करने की घटना परमें देहली पुलिस ने सर्वोच्च न्यायालय में प्रतिज्ञापत्र प्रस्तुत किया है। धर्मसंसद में केवल अस्तित्व रक्षा की चर्चा हुई। मुसलमान समाज के विरोध में कोई भी द्वेशपूर्ण भाषण न होने की बात पुलिस ने की है।

‘ए.एन्.आय’ वृत्तसंस्था के अनुसार जमा किए गए सबूत तथा वीडीओ फूटेज के आधार पर देहली पुलिस ने यह प्रतिज्ञापत्र प्रस्तुत किया है। पूरी छानबीन के पश्चात ही इस निश्कर्ष तक पहुंचनेआने की बात पुलिस ने की है। सुरेश चव्हाणके मुसलमनों के विषय में कुछ भी नहीं बोले। हिंदू धर्म को अधिक शक्तिशक्तीशाली बनाने हेतु तथा आसुरी शक्ती के विरोध में लडने हेतु इस धर्मसंसद में चर्चा हुई, ऐसा प्रतिज्ञापत्र में कहा गया है।