सामाजिक माध्यमों द्वारा मिश्रित प्रतिक्रिया !
अमेरिकी लोग स्वयं को मानवतावादी तथा धर्मनिरपेक्षतावादी दिखाने हेतु ऐसे समाजद्रोही कृत्यों को प्रोत्साहित करते हैं । आनेवाला समय ही उनके ध्यान में इस के परिणाम लाएगा ! – संपादक
न्यूयॉर्क (अमरिका) – शहर के प्रसिद्ध ‘टाइम्स स्क्वेअर’ सार्वजनिक स्थान पर पहली बार सैकडों मुसलमानों द्वारा सामूहिक नमाजपठन किया गया । शनिवार, ३ अप्रैल को यह नमाजपठन किया गया ।
सैकड़ो मुस्लिमों ने Times Square पर पढ़ी नमाज़, दुनिया को बताना चाहते थे- ‘इस्लाम अमनपसंद है…’ #TimesSquare #Namaz #NewYorkCity https://t.co/QeUp2n7uum
— Prime News UP/UK (@PrimeNewsUPUK) April 5, 2022
इस नमाजपठन के आयोजकों ने बताया, कि इस्लाम शांति का धर्म है । पूरे विश्व में इस्लाम को लेकर धारणाएं हैं । हम सबको अपने धर्म के विषय में समझाना चाहते थे ।
१. सामाजिक माध्यमों से इस पर मिश्रितसंमिश्र प्रतिक्रियाएं प्रकट हो रही है । कुछकई लोगों ने जनता को परेशान कर सार्वजनिक स्थान पर नमाजपठन करने कासे विरोध किया, तो कुछ लोगों ने नमाजपठन का समर्थन किया।
Namaz at Times Square !
Is U.S. preparing for a Bigger 9/11 ??
pic.twitter.com/dudi7uCZnZ— Savyasachi5873 (@Jaya41757249) April 5, 2022
२.अरब अमिराती स्थित हसन सजवानी ने ट्वीट कर कहा है कि, ‘न्यूयॉर्क शहर में २७० मस्जिदें हैं तथा प्रार्थना करने हेतु योग्य स्थान है । लोगों को रास्ते पर नमाजपठन करने की आवश्यकता नहीं है । इस्लाम हमें ऐसा करने को नहीं सिखाता ।’
३.खलीफा नाम के व्यक्ति ने कहा कि, मैं एक मुसलमान हूं; किंतु टाइम्स स्क्वेअर पर नमाजपठन का समर्थन नहीं करता । ‘इस्लाम आक्रमण या घुसपैठ करनेवाला धर्म है’, ऐसा गलत संदेश यहां से ऐसा गलत संदेश जा सकता है ।