हिन्दू धर्म के अनुयायी, दुनिया में कहीं भी हों, बिना किसी शर्त दूसरों की सहायता करते हैं ; किन्तु, ईसाई मिशनरी, सहायता के नाम पर, हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करते हैं ! भारत में धर्मनिरपेक्षतावादी जिस दिन यह समझेंगे, वह सुदिन होगा ! – संपादक
कोलकाता : यूक्रेन में युद्ध छिडने के फलस्वरूप, आध्यात्मिक संस्था इस्कॉन ने वहां के नागरिकों की सहायता के लिए पहल की है । यूक्रेन में सभी मंदिर देश के अभावग्रस्त नागरिकों की सहायता के लिए खोल दिए गए हैं । “हम संकट में पडे लोगों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं”, इस्कॉन के कोलकाता उपाध्यक्ष राधारमन दास ने कहा ।
ISKCON has over 54 temples in Ukraine & our devotees & temples r committed to serve those in distress. Our doors r open for service. Hare Krishna!
To find nearest temples near you, please visit.https://t.co/iFnZQaPoqG pic.twitter.com/zlUGF84X9f
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) February 26, 2022
यूक्रेन में ५४ इस्कॉन मंदिर हैं । “अंग्रेजी में एक कहावत है, ‘यदि जीवन तुम्हें नींबू देता है, तो नींबू पानी बना लो ।’ इस्कॉन के भक्त इससे एक कदम आगे हैं, जब जीवन उन पर नींबू फेंकता है, तो वे नींबू पानी बनाते हैं और दूसरों को भी देते हैं । यूक्रेन में हमारे भक्त अभावग्रस्त लोगों की सहायता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे रहे हैं”, राधारमन दास ने कहा । राधारमण दास ने आगे कहा, “हमें कीव में अपने भक्तों के विषय में जानकारी मिली और भगवान श्री कृष्ण की कृपा से वे सभी सुरक्षित हैं और हमारे ५४ मंदिर भी सुरक्षित हैं । वर्ष २००० में चेचन्या युद्ध के समय, सहायता करते हुए कई श्रद्धालुओं ने अपने प्राण त्याग दिए थे ।”