रूस के विरुद्ध युद्ध में विश्व ने हमें अपने हाल पर छोड दिया ! – युक्रेन

युक्रेन को सहायता का आश्वासन देकर अमेरिका, युरोपीय और नाटो देशों ने अंतिम समय पर अपने पैर वापस खींच लिए !

प्रत्येक देश को अपना युद्ध स्वयं को ही लडना पडता है, यही इससे सिद्ध होता है ! भारत को भी इससे बोध लेना चाहिए ! – संपादक

कीव (युक्रेन) : “रूस के विरुद्ध युद्ध में विश्व ने हमें अकेला छोड दिया है । हमारे साथ लडने के लिए कौन तैयार है ? मुझे तो कोई दिखाई नहीं दे रहा है । युक्रेन को नाटो की सदस्यता देने की आश्वस्तता दिलाने के लिए कौन तैयार है ? कोई भी नहीं है । सभी डर गए हैं ।”युक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने अपने देशवासियों से किए गए संबोधन में यह खेद व्यक्त किया । अमेरिका, युरोपीय और नाटो देशों ने रूस के विरुद्ध संघर्ष में युक्रेन को सहायता करने का आश्वासन देकर भी अकेला छोड दिया है ; उसके कारण जेलेंस्की ने यह खेद व्यक्त किया है ।

व्लोदिमिर जेलेंस्की द्वारा रखे गए विचार : 

१. सीमा पर तैनात युक्रेन की सेना में ज्मीनई टापू की रक्षा करते समय अपने शौर्य का परिचय दिया । उसमें वे वीरगति को प्राप्त हुए ; परंतु, उन्होंने रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया । दुर्भाग्यवश, आज हमने हमारे १३७ वीरोंसहित १० सेना अधिकारियों को खो दिया है । इन सभी को मरणोपरांत ‘हिरो ऑफ युक्रेन’ की उपाधि प्रदान की जाएगी । युक्रेन के लिए जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी, उनको यह देश सदैव स्मरण रखेगा ।

२. रूस की सेना कीव पहुंच गई है । मैं यहां रह रहा हूं । मेरा परिवार भी युक्रेन में है । मेरा परिवार देशद्रोही नहीं है, वे युक्रेन के नागरिक हैं । वे निश्चित रूप से कहां हूं, यह मैं नहीं बता सकता । हमें प्राप्त जानकारी के अनुसार, हमारे शत्रु ने मुझे लक्ष्य क्रमांक १, तो मेरे परिवार को लक्ष्य क्रमांक २ इस प्रकार चिन्हांकित किया है ।

रूस के ८०० से अधिक सैनिकों को मार गिरा दिया गया ! – युक्रेन का दावा

युक्रेन ने यह दावा किया है, कि उसकी सेना ने ८०० से अधिक रूसी सैनिकों को मार दिया है और साथ ही, ३० रशियन टैंकों और ७ गुप्तचर विमानों को भी मार गिराया है । युक्रेन सरकार ने १८ से ६० तक के आयु समूह के पुरुषों को देश छोडन पर प्रतिबंध लगाया है । युक्रेन ने १० सहस्र नागरिकों को लडाई के लिए राइफलों की आपूर्ति की है ; ऐसा बताया जा रहा है ।

अभी तक रूस के आक्रमण में १३७ युक्रेनी नागरिकों की मृत्यु !

अमेरिका के ब्योरे के अनुसार, रूस ने युक्रेन पर अभी तक २०३ आक्रमण किए हैं, जिनमें कुल १३७ लोगों की मृत्यु हुई है ।

रूसी सेना को रोकने के लिए युक्रेन ने ३ पुल ध्वस्त किए !

रशियन टैंक अब युक्रेन की राजधानी कीव से केवल १० किलोमीटर ही दूर हैं । उन्हें रोकने के लिए, युक्रेन की सेना ने ३ पुल ध्वस्त कर दिए हैं । जेलेंस्की ने आशंका व्यक्त की है, कि आनेवाले ९६ घंटों में, अर्थात् ४ दिन में, कीव रूस के नियंत्रण में होगा । उन्होंने कहा, कि रूसी सेना ने निवासी क्षेत्रों को लक्ष्य बनाया है ।