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नई दिल्ली – देश के बैंक क्षेत्र मेंं सबसे बडा घोटाला होने का सी.बी.आई. ने उजागर किया है । ‘एबीजी शिपयार्ड’ इस कंपनी ने देश के २८ बैंकों की लगभग २२ सहस्र ८४२ करोड रुपयों की धोखाधडी की है । अप्रैल २०१२ से जुलाई २०१७ के दौरान यह घोटाला हुआ है । इस मामले में कंपनी के तत्कालीन संचालक ऋषि अग्रवाल, संथनम् मुथुस्वामी और अश्विनी अग्रवाल इन तीनों सहित कंपनी के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया है । ‘एबीजी शिपयार्ड’ यह ‘एबीजी’ समूह की प्रमुख कंपनी है । नौकाएं बनाना और मरम्मत, इसमें यह प्रमुख कंपनी मानी जाती है ।
ABG Shipyard Limited has been booked by CBI for defrauding 28 banks to the tune of Rs 22,842 crore. (By @MunishPandeyy)https://t.co/15AUmFrt4S
— IndiaToday (@IndiaToday) February 12, 2022
१. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा की शिकायत के बाद जांच करते समय यह घोटाला उजागर हुआ । इस कंपनी ने स्टेट बैंक से २ सहस्र ९२५ करोड रुपयों का, आई.सी.आई.सी.आई. बैंक से ७ सहस्र ८९ करोड, आई.डी.बी.आई.से ३ सहस्र ६३४ करोड, बैंक ऑफ बडोदा से १ सहस्र ६१४ करोड, पी.एन.बी. से १ सहस्र २४४ करोड और आई.ओ.बी. से १ सहस्र २२८ करोड रुपयों का कर्ज लेकर उसे डुबो दिया है ।
२. ८ नवंबर २०१९ के दिन सर्वप्रथम शिकायत प्रविष्ट की गई थी । इसके बाद १२ मार्च २०२० को सी.बी.आई. ने कुछ बातों के विषय में स्पष्टीकरण मांगा था । उसी वर्ष अगस्त माह में नए से गुनाह प्रविष्ट कर जांच की गई थी । लगभग डेढ वर्ष विविध सबूतों की जांच करने के बाद सी.बी.आई. ने अब संचालकों के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया । बैंकों से जिस उद्देश्य के लिए कर्ज लिए, उस हेतु इसका उपयोग न कर यह रकम अन्यत्र लगाने का जांच में स्पष्ट हुआ है ।