(कहते हैं) ‘कश्मीर का विवाद चर्चा द्वारा हल करना चाहिए !’ – पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान 

  • कश्मीर की समस्या पाक ने बंदूक के बल पर वर्ष १९४८ में निर्माण किया है और इसे बंदूक के बल पर ही भारत को हल करना आवश्यक है । पिछले ७५ वर्षों में पाक ने चर्चा के नाम पर भारत की आंखों में धूल झोंककर कश्मीर में जिहादी आतंकवाद निर्माण कर लाखों लोगों की हत्या की है, यह भारत भूलेगा नहीं ! – संपादक
  • आर्थिक स्थिति डूबे हुए पाकिस्तान को भारत से आर्थिक संबंध सुधारने हैं, ऐसा वो कहता है । जब तक पाक व्याप्त काश्मीर भारत को नहीं मिलता, तब तक भारत ने पाक से कोई भी आर्थिक लेन देन ना कर उसकी अद्दल करनी चाहिए, ऐसा ही राष्ट्रप्रेमियों को लगता है ! – संपादक
पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – दक्षिण एशिया में स्थायी रुप में शांति निर्माण करना, यह सरकारी नीति पर आधारित है । सीमा प्रश्न और कश्मीर जैसे लंबित प्रश्नों पर चर्चा द्वारा, साथ ही अंतर्राष्ट्रीय कानून के आधार पर उपाय निकालना आवश्यक है, ऐसा विधान पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने किया है । चीन की राजधानी बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक ४ फरवरी से प्रारंभ हो रहे हैं । उसके उद्घाटन में उपस्थित रहने के लिए इमरान खान वहां जा रहे हैं । इस ओलंपिक का अमेरिका और उसके मित्र राष्ट्रों ने पहले ही बहिष्कार किया है ।

(कहते हैं) ‘उघूर मुसलमानों पर अत्याचार होने के वृत्त गलत !’

इमरान खान ने चीन को इस प्रकार निर्दोष ठहराकर ‘वे मुसलमानों के रक्षक न होकर विश्वासघाती हैं’, यह स्पष्ट किया है । हमेशा भारत के मुसलमानों पर कथित अत्याचारों के विषय में चिल्लाने वाला पाक कितना ढोंगी है, यह भारत के मुसलमानों को ध्यान में लेना चाहिए ! – संपादक

इमरान खान ने चीन के दौरे पर जाने के पहले इस्लामाबाद में पत्रकारों से बात करते समय चीन के उघूर मुसलमानों पर होने वाले अत्याचारों के विषय में मत व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि, हमारे राजदूत ने चीन के शिनझियांग प्रांत का दौरा किया । वहां उन्हें उघूर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों के आरोप में कोई भी तथ्य नहीं मिला ।